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ईरान आज लांच करेगा अपना जफर उपग्रह, अमेरिका ने कहा- मिसाइल कार्यक्रम का हिस्‍सा

अमेरिका ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ईरान उपग्रह की आड़ में अपने बैलिस्टिक के लिए आवरण तैयार कर रहा है। अमेरिका का ईरान स्‍पेश कार्यक्रम पर पैनी नजर है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 03:46 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 03:50 PM (IST)
ईरान आज लांच करेगा अपना जफर उपग्रह, अमेरिका ने कहा- मिसाइल कार्यक्रम का हिस्‍सा
ईरान आज लांच करेगा अपना जफर उपग्रह, अमेरिका ने कहा- मिसाइल कार्यक्रम का हिस्‍सा

तेहरान, एजेंसी । ईरान आज अपने चर्चित 'जफर' उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा। इसके प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू हो गई है। इसके साथ ही ईरान जफर उपग्रह को आज अपनी कक्षा में स्‍थापित करेगा। उधर, अमेरिका ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ईरान उपग्रह की आड़ में अपने बैलिस्टिक के लिए आवरण तैयार कर रहा है। अमेरिका का ईरान स्‍पेश कार्यक्रम पर पैनी नजर है।

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ईरान के दूरसंचार मंत्री मोहम्मद जावेद आजरी ने ट्वीट किया कि अगले कुछ घंटों में जफर उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। एक फरवरी को ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने कहा था कि 113 किलोग्राम वजन के उपग्रह जफर को सिमोरघ रॉकेट के माध्यम से पृथ्वी से करीब 530 किलोमीटर दूर कक्षा में प्रक्षेपण किया जाएगा। बता दें कि ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख मुर्तुजा बेरारी ने कहा कि उसका प्राथमिक मिशन तस्वीरें लेना होगा और ईरान को भूकंप का अध्ययन करने, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने एवं अपने कृषि के विकास के लिए ऐसे आंकड़ों की जरूरत है। 

ईरान की अंतरिक्ष एजेंसियों पर अमेरिका का प्रतिबंध

बता दें कि ईरान की अंतरिक्ष एजेंसियों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा है। यह ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने के लिए एक साल लंबे अमेरिकी दबाव अभियान का हिस्सा हैं। अमेरिका को आशंका है कि उपग्रहों को कक्षा में रखने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लंबी दूरी की बैलिस्टिक तकनीक का इस्तेमाल ईरान परमाणु हथियारों को लॉन्च करने के लिए भी कर सकता है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि ईरान स्पेस एजेंगी उपग्रहों और विहिकल टेक्नोलॉजी को विकसित करती है और वह ईरान स्पेस रिसर्च सेंटर के साथ शोध और विकास के काम करती है।

दोनों ने एक प्रतिबंधित लिक्विड प्रोपेलैंट बैलिस्टिक मिसाइल ऑर्गेनाइजेशन, शाहिद हेमत इंडस्ट्रियल ग्रुप के साथ काम किया। हालांकि, तेहरान ने इस बात से इनकार किया कि उसकी स्पेस एक्टिविटी असल में हथियारों को लॉन्च करने के कार्यक्रम पर पर्दा डालने के लिए है।


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