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Iran Elections 2020 : ईरान में संसदीय चुनाव से पहले हजारों उम्मीदवार अयोग्य घोषित

Iran Elections 2020 इस बीच ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने लोगों से मतदान की अपील है। उन्होंने मतदान को धार्मिक कर्तव्य बताया।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 09:41 AM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 09:41 AM (IST)
Iran Elections 2020 : ईरान में संसदीय चुनाव से पहले हजारों उम्मीदवार अयोग्य घोषित
Iran Elections 2020 : ईरान में संसदीय चुनाव से पहले हजारों उम्मीदवार अयोग्य घोषित

तेहरान, एएफपी। ईरान में शुक्रवार को होने वाले संसदीय चुनाव से पहले हजारों उम्मीदवारों को अयोग्य ठहराए जाने के कारण सवाल उठ रहे हैं।इस पर सफाई देते हुए ईरान की चुनाव निगरानी संस्था गार्जियन काउंसिल ने बुधवार को कहा कि इन उम्मीदवारों को मुल्क के कानून के अनुसार ही अयोग्य ठहराया गया है। इसमें किसी तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपनाया गया है। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने लोगों से मतदान की अपील है। उन्होंने मतदान को धार्मिक कर्तव्य बताया।

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उम्मीदवारों को अयोग्य ठहराया गया

संसदीय चुनाव में हिस्सा लेने वाले जिन उम्मीदवारों को अयोग्य ठहराया गया है, उनमें से ज्यादातर उदारवादी गुट के हैं। इसी को लेकर चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। मामले में सफाई देते हुए गार्जियन काउंसिल के प्रवक्ता अब्बास अली कदखुदाई ने कहा कि हमारी संस्था राजनीतिक धड़ों के साथ निष्पक्ष बर्ताव करती है। पूर्व के चुनावों में भी समान मानदंड अपनाया गया था। चुनाव प्रक्रिया हमेशा से निष्पक्ष रही है।

चुनाव निगरानी संस्था ने किया बचाव

ईरान की चुनाव निगरानी संस्था ने संसदीय चुनाव में दो दिन में हजारों प्रत्याशियों को अयोग्य ठहराने के अपने फैसले का बुधवार को बचाव किया और कहा कि उसने कानून के अनुरूप ऐसा किया है। ईरान के संसदीय चुनाव में उम्मीदवारों की जांच करने वाली गार्जियन काउंसिल ने यह भी कहा कि उसे उम्मीद है कि शुक्रवार को होने वाले चुनाव में कम से कम 50 फीसदी मतदान होगा।

काउंसिल ने संसदीय चुनाव लड़ने से हजारों लोगों को रोक दिया है। उनमें अधिकतर उदारवादी और सुधारवादी लोग थे।इस संस्था में अति रूढ़ीवादियों का प्रभुत्व है। काउंसिल के प्रवक्ता अब्बास अली कदखोदाई ने कहा कि संस्था का आचरण सभी राजनीतिक विचारधाराओं प्रति ‘तटस्थ’ है। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ गार्जियन कांउसिल अलग अलग समय पर संसद की ओर से पारित कानूनों और कायदों का पालन करता है।”


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