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दुबई में 14 करोड़ की घड़‍ियां चुराने वाला भारतीय सफाईकर्मी गिरफ्तार, दो पाकिस्‍तानियों की संलिप्‍तता भी उजागर

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई शहर में 26 वर्षीय एक भारतीय सफाईकर्मी को 20 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) कीमत की घडि़यां चुराने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 05:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 05:15 PM (IST)
दुबई में 14 करोड़ की घड़‍ियां चुराने वाला भारतीय सफाईकर्मी गिरफ्तार, दो पाकिस्‍तानियों की संलिप्‍तता भी उजागर
दुबई में 14 करोड़ की घड़‍ियां चुराने वाला भारतीय सफाईकर्मी गिरफ्तार, दो पाकिस्‍तानियों की संलिप्‍तता भी उजागर

दुबई, पीटीआइ। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई शहर में 26 वर्षीय एक भारतीय सफाईकर्मी को 20 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) कीमत की घडि़यां चुराने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। बड़ी सफाई से उसने एक के बाद एक कई कीमती घड़‍ियां उस दुकान से गायब कर दी थीं, जहां वह काम करता था। इस मामले में दो पाकिस्तानी नागरिकों की संलिप्तता भी उजागर हुई है। फिलहाल दोनों फरार हैं।

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स्थानीय मीडिया के अनुसार, चोरी के आरोपित भारतीय सफाईकर्मी को बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल लिया था। उसने बताया कि वह पहले घडि़यों को चुपके से दुकान के कूड़ेदान में डाल देता था। बाद में सफाई के दौरान वह इन घडि़यों को दुकान से बाहर ले जाने में सफल हो जाता था।

अभी हाल ही में पीटीआइ की एक रिपोर्ट आई थी जिसमें चोरी का एक अजीब वाकया सामने आया था। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल के बैंकर पारस शाह को ऑफिस की कैंटीन से सैंडविच चुराने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। 31 वर्षीय पारस लंदन स्थित सिटीग्रुप में आला पद पर थे। वेतन और बोनस मिलाकर वह सालाना नौ करोड़ रुपये से ज्यादा कमाते थे।

फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, पारस पर लंदन के कैनेरी वार्फ स्थित सिटीग्रुप के यूरोपीय मुख्यालय की कैंटीन से बिना पैसे दिए खाना चुराने का आरोप लगा था। उन्होंने यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के सिटीग्रुप के प्रमुख का पद छोड़ दिया था। पारस शाह के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, उन्हें सिक्योरिटी, ट्रेडिंग और रिस्क मैनेजमेंट का अनुभव है।

पारस शाह ने शुरुआती शिक्षा उत्तरी लंदन के स्कूल से प्राप्त की और साल 2010 में यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया। पारस ने एचएसबीसी बैंक में फिक्स्ड इनकम ट्रेडिंग डिवीजन में भी सात साल तक काम किया था। साल 2017 में उन्होंने सिटीग्रुप के साथ काम करना शुरू किया था। पारस को सिटीग्रुप ज्वाइन करने के दो महीने बाद ही यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका में हाई-यील्ड क्रेडिट ट्रेनिंग का हेड बना दिया गया था।  


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