हसन रूहानी बोले- कोरोना व अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण सबसे कठिन वर्ष का अनुभव कर रहा ईरान
ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को कहा कि उनका देश कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के साथ-साथ अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण सबसे कठिन वर्ष का अनुभव कर रहा है।
दुबई, रायटर्स। ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को कहा कि उनका देश कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के साथ-साथ अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण सबसे कठिन वर्ष का अनुभव कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान परमाणु समझौते को 2018 में वापस लेने और फिर से पाबंदियां लागू करने के बाद कोरोना वायरस संकट ने आर्थिक समस्याओं को बढ़ा दिया है। वापस लेने और प्रतिबंधों को वापस लेने के बाद खराब हो गया है। सोमवार को, ईरान की रियाल मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने निम्नतम स्तर पर गिर गई।
रूहानी ने कहा कि अगले रविवार से भीड़-भाड़ वाले इलाकों में दो सप्ताह के लिए मास्क पहनना अनिवार्य हो जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों ने नियमित रूप से चेतावनी दी है कि अगर शारीरिक दूरी जैसे स्वास्थ्य संबंधी नियमों का संक्रमण में वृद्धि को रोकने के लिए का पालन नहीं किया जाता है, तो प्रतिबंधों को फिर से लागू किया जाएगा। ईरान ने फेस मास्क का उपयोग करने के लिए अनिच्छुक जनता को प्रेरित करने के लिए शनिवार को एक अभियान शुरू किया। बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के अब तक एक करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। वहीं लगभग 5 लाख लोगों की मौत हो गई है।