Earthquake in Afghanistan: हिंदूकुश में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.8 रही तीव्रता
अफगानिस्तान के हिंदूकुश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार आज सुबह 5.28 मिनट पर यहां भूंकप आया। इसकी तीव्रता 3.8 रही।
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान के हिंदूकुश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी एएनआइ ने नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हवाले से जानकारी दी कि आज सुबह 5.28 मिनट पर यहां भूंकप आया। इसकी तीव्रता 3.8 रही। हालांकि, अभी तक इससे कोई जान-माल का नुकसान हुआ है कि इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। बता दें कि इससे एक हफ्ते पहले 11 जुलाई को भी हिंदूकुश में भूकंप आया था। इस दौरान इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 दर्ज की गई थी।
इससे पहले शुक्रवार को पापुआ न्यू गिनी में जोरदार भूंकप आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 दर्ज की गई थी। इसका केंद्र पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से 174 किमी उत्तर-पूर्व था। वहीं गुरुवार को हिमाचल प्रदेश, गुजरात और असम में भूकंप आया था। हिमाचल में इसका केंद्र ऊना था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल 2.3 पर रही। वही गुजरात के राजकोट में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 रही। असम के करीमगंज में इसकी तीव्रता 4.1 रही।
क्यों आता है भूंकप
बता दें कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी से जूझ रही है। इसी बीच देश और दुनिया से लगातार भूकंप आने की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में यह जानना काफी जरूरी हो जाता है कि आखिर भूंकप क्यों आता है? धरती मुख्य रूप से चार परतों से बनी है। इन परतों को इनर कोर, आउटर कोर, मेटल और क्रस्ट कहते हैं। इनमें से ऊपरी परत को क्रस्ट कहते हैं। यहां आपस में दर्जनों प्लेट्स जुड़ी हुई होती हैं। ये प्लेट्स हिलती डुलती रहती हैं। थोड़ा बहुत हिलने पर कुछ खास प्रभाव नहीं होता, लेकिन ज्यादा हिलने पर असर पता चलता है। यही भूकंप होता है। प्लेट्स जहां जुड़ी होती हैं, वहां टकराव अधिक होने के कारण भूकंप ज्यादा आते हैं।