दुनिया की सबसे बड़ी थ्रीडी प्रिंटेड इमारत दुबई में, परियोजना की लागत 140,000 डॉलर
दुबई में दुनिया की सबसे बड़ी थ्रीडी इमारत बनकर तैयार हो गई है। अब इसका उपयोग दुबई नगरपालिका द्वारा सामान्य प्रशासनिक कार्यो के लिए किया जाएगा।
दुबई, रॉयटर्स। दुबई में दुनिया की सबसे बड़ी थ्रीडी इमारत बनकर तैयार हो गई है। अब इसका उपयोग दुबई नगरपालिका द्वारा सामान्य प्रशासनिक कार्यो के लिए किया जाएगा। यह निर्माण उस घोषणा का हिस्सा है, जिसमें 2030 तक 25 प्रतिशत इमारतों को थ्रीडी करने के लिए कहा गया था। इस इमारत को बोस्टन की कंपनी एपिस कोर ने डिजाइन किया है और थ्रीडी प्रिंटर, जिप्सम कम्पाउंड युक्त क्रेन से बनाया गया है।
बिल्डिंग के बारे में
दुबई में तैयार इस दो मंजिला इमारत को 6900 वर्ग फीट में बनाया गया है। इसमें दुबई नगर पालिका का ऑफिस है। इसका इस्तेमाल सामान्य प्रशासनिक कार्यो के लिए किया जाएगा।
कैसे किया तैयार
थ्रीडी प्रिंटर ने कुछ इंच मोटी सामग्री की परतों के साथ दीवारें तैयार कीं। इसके बाद पूरी ऊंचाई की दीवारें बनाईं गईं। आखिर में छत इनके ऊपर रखी गई। फिर खिड़कियों के लिए खाली जगह छोड़कर दीवारों को इंसुलेशन से भर दिया।
कम लागत और अधिक टिकाऊ
इस बिल्डिंग को बनाने में लेबर की लागत 70 प्रतिशत और इमारत की लागत 90 प्रतिशत तक कम हो गई। इसमें तेजी से सूखने वाले सीमेंट, जिप्सम के तत्वों को मिलाया गया है। थ्रीडी प्रिंटिंग तकनीक से तैयार इमारत की लागत सामान्य मटेरियल के मुकाबले आधी से कम आती है और यह उससे अधिक मजबूत और टिकाऊ होती है।
चीन में सबसे ऊंची थ्रीडी बिल्डिंग
दुनिया में सबसे ऊंची थ्रीडी बिल्डिंग चीन के सूजो में हैं। 90 फीट ऊंची इस बिल्डिंग में 5 मंजिलें हैं। दुनिया में सबसे पहले 1980 में इस तकनीक को खोज गया था। इसके खोजकर्ता इंजीनियर और फिजिसिस्ट चुक हुल थे।
अगला लक्ष्य
कंपनी का अगला प्रोजेक्ट सुइसियाना और कैलिफोर्निया में हैं। यहां कंपनी को 500 वर्ग फीट में एक रहने योग्य घर 24 घंटे में तैयार करना है।
भवन की प्रक्रिया
बिल्डिंग परमिट विभाग के परियोजना प्रबंधक वलीद मोसाद ने प्रिंटिंग मशीन के अंदर रखे एक पंप को निर्माण के लिए कच्चे माल से बाहर रखा और परतों का निर्माण किया।
प्रभावी लागत
परियोजना की पूरी लागत केवल 140,000 डॉलर थी। रॉयटर्स के अनुसार, तकनीक ने समान आकार के पारंपरिक भवनों की तुलना में भवन और श्रम लागत में 50 प्रतिशत की कटौती की। जबकि पारंपरिक निर्माण समान लागत के लिए Dh2.5 मिलियन तक खर्च कर सकता है।
अल हज़िरी ने कहा कि इमारत ने सभी सुरक्षा जांचों को पारित कर दिया है और पारंपरिक लोगों के रूप में सामान्य स्थायित्व होगा।
आकार
50 प्रतिशत कम मानव शक्ति और 60 प्रतिशत कम निर्माण अपशिष्ट का उपयोग करते हुए, भवन 640 वर्ग मीटर क्षेत्र और 9.5 मीटर ऊंचाई के साथ बनाया गया था जो पारंपरिक निर्माण विधियों की तुलना में इसे काफी अधिक कुशल बनाता है।