सीरिया के राष्ट्रपति असद व कजिन के बीच अनबन, जब्त की संपत्ति और रोका व्यापार
सीरिया के राष्ट्रपति का पारिवारिक कलह अब खुलकर सामने आ गया जब उन्होंने कजिन की संपत्ति तो जब्त की ही देश में भी पांच साल तक उनके व्यापार पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया।
बेरुत,एपी। सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद व उनके कजिन रमी मखलौफ (Rami Makhlouf) के बीच कलह अब खुलकर सामने आ गया है। इसी पारिवारिक कलह के कारण राष्ट्रपति ने अपने ही सीरिया के धनी व्यापारियों में से एक राष्ट्रपति बशर असद के कजिन ने मंगलवार को बताया कि सरकार ने उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया है और देश में पांच सालों तक उनके व्यापार पर रोक लगा दी है।
कभी राष्ट्रपति असद के करीबी माने जाने वाले मखलौफ ने अपने फेसबुक पेज पर अनेकों वीडियोज व बयान पोस्ट किए जो इस बात का संकेत दे रहे हैं कि उन्हें राष्ट्रपति से दूर कर दिया गया है और अब वे केवल सोशल मीडिया के जरिए ही उनसे बात कर सकते हैं। मखलौफ ने बताया कि सरकार ने पत्नी व बच्चों समेत उनकी तमाम संपत्ति को जब्त कर लिया है जिसमें उनकी पत्नी व बच्चों की भी संपत्ति है। इसमें उनकी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी सीरियाटेल (yriatel) भी है जिसका 50 फीसद रेवेन्यू सरकार को जाता है।
कभी राष्ट्रपति असद के करीबी माने जाने वाले मखलौफ ने अपने फेसबुक पेज पर अनेकों वीडियोज व बयान पोस्ट किए जो इस बात का संकेत दे रहे हैं कि उन्हें राष्ट्रपति से दूर कर दिया गया है और अब वे केवल सोशल मीडिया के जरिए ही उनसे बात कर सकते हैं। मखलौफ ने बताया कि सरकार ने पत्नी व बच्चों समेत उनकी तमाम संपत्ति को जब्त कर लिया है जिसमें उनकी पत्नी व बच्चों की भी संपत्ति है। इसमें उनकी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी सीरियाटेल (yriatel) भी है जिसका 50 फीसद रेवेन्यू सरकार को जाता है। अपने फेसबुक पेज पर मखलौफ न यह कहा है कि वे कंपनी को बचा लेंगे। इसके अलावा उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों से माफी मांगी। मंगलवार को पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'जो मैं कर सकता था वही किया।' सीरियाटेल के 11 मिलियन सब्सक्राइबर हैं और इसमें हजारों लोग नौकरी करते हैं।
संपत्ति जब्त करने को लेकर आधिकारिक निकायों ने मखलौफ को मीडिया के जरिए नोटिस भेजा है न कि आधिकारिक तौर कोई मैसेज। मखलौफ ने फेसबुक पर लिखा, 'वे केवल कंपनी को अपने कंट्रोल में लेना चाहते हैं और कुछ नहीं।' करीब 50 सालों से सीरिया में शासन कर रहे असद परिवार में कलह का खुलासा हुआ है। महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए देश में जारी लॉकडाउन के कारण यहां कीअर्थव्यवस्था कमजोर हो चुकी है।