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Coronavirus: आपदा के मुहाने पर खड़ा युद्धग्रस्त सीरिया, मात्र 100 मरीजों की रोजाना हो रही जांच

विश्‍व के कई देश ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस (COVID-19) जैसी महामारी से लड़ने के लिए साधन ही नहीं हैं। ऐसा ही एक देश है सीरिया जो इस समय महामारी के मुहाने पर खड़ा है।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 13 Apr 2020 02:50 PM (IST)Updated: Mon, 13 Apr 2020 02:50 PM (IST)
Coronavirus: आपदा के मुहाने पर खड़ा युद्धग्रस्त सीरिया, मात्र 100 मरीजों की रोजाना हो रही जांच
Coronavirus: आपदा के मुहाने पर खड़ा युद्धग्रस्त सीरिया, मात्र 100 मरीजों की रोजाना हो रही जांच

पेरिस, एएफपी। विश्‍व के कई देश ऐसे हैं, जहां कोरोना वायरस (COVID-19) जैसी महामारी से लड़ने के लिए साधन ही नहीं हैं। ऐसा ही एक देश है सीरिया, जो इस समय महामारी के मुहाने पर खड़ा है। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने की यूरोप और अमेरिका की कोशिशों के बीच विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि युद्धग्रस्त सीरिया में आपदा सिर पर खड़ी है, जहां अस्पताल मौजूदा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं और स्वस्च्छता की स्थितियां भी बेहद खराब हैं। वायरस के प्रकोप ने दुनिया भर में 18 लाख लोगों को संक्रमित किया है और करीब 1,12,000 लोगों की जान ले ली है। सीरिया में वायरस को फैलने से रोकने के प्रयासों के तहत दमिश्क सरकार ने सीमाएं बंद कर दी हैं, प्रांतों के बीच आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है और स्कूल एवं रेस्तरां बंद कर दिए हैं।

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सीरिया में अभी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की आधिकारिक संख्या कम है। यहां अभी तक दो मौत और 19 संक्रमितों की पुष्टि हुई है, लेकिन केवल 100 मरीजों की रोजाना जांच हो रही है और उनमें भी आधे से ज्यादा जांच राजधानी दमिश्क में हो रही हैं। जहां सरकार ने करीब दशक भर चले गृह युद्ध के बाद देश के ज्यादातर हिस्सों पर नियंत्रण पा लिया है, वहीं कुछ इलाके अब भी अंकारा समर्थित विद्रोहियों और कुर्द लड़ाकों के कब्जे में हैं।

विशेषज्ञ दमिश्क पर राजनीतिक उद्देश्यों से मृतक संख्या कम करने का आरोप लगा रहे हैं। लंदन के थिंक टैंक चैटहम हाउस के वरिष्ठ परामर्शी शोधार्थी जकी मेहची ने कहा, 'चिकित्सा स्टाफ का मानना है कि सीरिया में कई लोग वायरस के लक्षणों के साथ मर रहे हैं। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां उनसे इसका जिक्र नहीं करने को कह रही हैं, खासकर मीडिया के सामने।'

लंदन में रणनीतिक अध्ययन के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थान में पश्चिम एशिया के विश्लेषक एमिले होकायम ने कहा, 'यह बड़ी आपदा का संकेत है।' विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, 2019 के अंत तक दो तिहाई से भी कम अस्पताल चल रहे थे और 2011 में युद्ध शुरू होने के बाद से 70 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मी यहां से भाग गए। रेड क्रॉस अंतरराष्ट्रीय समिति ने आगाह किया कि इदलिब में विस्थापितों के लिए बने शिविरों में सामाजिक दूरी असंभव है और विद्रोहियों के कब्जे वाला यह प्रांत वैश्विक महामारी शुरू होने से पहले से ही मानवीय संकट से गुजर रहा है।

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्‍या 9 हजार के पार पहुंच गई हैं। स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के संक्रमण से 35 लोगों की मौत हुई, जिसके बाद भारत में मौत का आंकड़ा 308 पहुंच गया है। हालांकि, 856 लोग इस जानलेवा वायरस की गिरफ्त से आजाद भी हो चुके हैं। देश में इस समय कोरोना वायरस के 7987 सक्रिय मामले हैं।


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