खामनेई बोले- नहीं रुकेगा ईरान का परमाणु कार्यक्रम, विज्ञानी फखरीजादेह की हत्या का लेंगे बदला
पश्चिम एशिया में ईरान के शीर्ष परमाणु विज्ञानी मोहसिन फखरीजादेह की हत्या से फिर संकट गहरा गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने बदला लेने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि विज्ञानी की हत्या के बावजूद देश का परमाणु कार्यक्रम नहीं रुकेगा।
तेहरान, एजेंसियां। ईरान के शीर्ष परमाणु विज्ञानी मोहसिन फखरीजादेह की हत्या से पश्चिम एशिया में फिर संकट गहरा गया है। ईरान ने हत्या का बदला लेने की धमकी दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने बदला लेने का प्रण लेते हुए कहा कि उन लोगों को यकीनन दंडित किया जाएगा, जिनका विज्ञानी की हत्या में हाथ है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञानी की हत्या के बावजूद देश का परमाणु कार्यक्रम नहीं रुकेगा।
शीर्ष विज्ञानी की हत्या से भड़के खामनेई ने शनिवार को एक बयान में कहा कि ईरानी अधिकारी इस अपराध के दोषियों और उन लोगों की तलाश में जुट जाएं, जिनके इशारे पर इसे अंजाम दिया गया। उन लोगों को दंडित किया जाएगा। ईरान की प्राथमिकता दंड देने की है। खामनेई ने कहा कि मोहसिन देश के प्रतिष्ठित और रक्षात्मक परमाणु विज्ञानी थे।
राष्ट्रपति रूहानी ने कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए गठित टास्क फोर्स की बैठक में विज्ञानी की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने भी कहा कि मोहसिन की मौत से परमाणु कार्यक्रम नहीं रुकेगा। देश का असैन्य परमाणु कार्यक्रम जारी रहेगा। रूहानी ने कहा, 'हम मोहसिन की हत्या का सही वक्त पर माकूल जवाब देंगे। ईरान यहूदियों के जाल में नहीं फंसेगा। वे अराजकता फैलाने की सोच रहे हैं।'
अमेरिका ने भेजा विमानवाहक पोत
इधर, अमेरिका ने किसी खतरे से निपटने के लिए पश्चिम एशिया में अपने विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज को भेज दिया है। ईरानी विज्ञानी की हत्या के कुछ घंटे बाद ही अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने बताया कि पश्चिम एशिया में विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज को दोबारा भेज दिया गया है। पेंटागन ने कहा कि किसी अनिश्चित घटना से निपटने के लिए अतिरिक्त क्षमताएं बढ़ाई गई हैं।
पश्चिम एशिया में फिर बिगड़ सकते हैं हालात
ईरानी परमाणु विज्ञानी की हत्या से पश्चिम एशिया में हालात फिर बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया है। इस साल के शुरू में भी इस क्षेत्र में उस वक्त हालात बिगड़ गए थे, जब गत तीन जनवरी को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हुई थी। उस समय बदले की कार्रवाई में ईरान ने इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर कई बार मिसाइल हमले किए थे।
दस साल में पांचवें विज्ञानी की हत्या
मालूम हो कि 62 वर्षीय विज्ञानी मोहसिन फखरीजादेह की शुक्रवार को तेहरान के निकट घात लगाकर हत्या कर दी गई थी। पश्चिमी देश और इजरायल मोहसिन को ईरान के गुप्त परमाणु बम कार्यक्रम का अगुआ मानते थे। ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े पांच विज्ञानियों की गत दस वर्ष के दौरान हत्या हुई। वर्ष 2010 से 2012 के बीच चार विज्ञानियों की हत्या हुई। तेहरान यह आरोप लगाता रहा कि उसके परमाणु कार्यक्रम को बिगाड़ने के मकसद से हत्याएं की जा रही हैं।
इन ईरानी विज्ञानियों की हुई हत्या
- 12 जनवरी, 2010 को मसूद अली मुहम्मदी की बम धमाके में हत्या कर दी गई थी। वह पार्टिकल फिजिक्स के विशेषज्ञ थे।
- 29 नवंबर, 2010 को परमाणु विज्ञानी माजिद शहरियार को भी इसी तरीके से बम धमाके में मौत के घाट उतार दिया गया था।
- 23 जुलाई, 2011 को परमाणु गतिविधियों से जुड़े दरियाह रेजाइनजाद की बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी
- 11 जनवरी, 2012 को मुस्तफा अहमदी रोशन की बम धमाके में मौत हुई थी। वह यूरेनियम संवर्धन केंद्र के उप प्रमुख थे।