अफगानिस्तान में इस साल संघर्ष कवर करते 13 पत्रकारों की मौत
अफगानिस्तान के पत्रकार हैदरी ने कहा, जब हम अपने घर से निकलते हैं तो पता नहीं होता कि लौटेंगे या नहीं।
By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 06:11 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 06:13 PM (IST)
काबुल, एएफपी। अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जारी संघर्ष को कवर करने में इस साल अब तक 13 पत्रकारों की मौत हो चुकी है। ताजा मामला गत पांच सितंबर का है जब काबुल में आत्मघाती हमला कवर करने गए टोलो न्यूज के पत्रकार शमीम फरमारज और उनके कैमरामैन रमीज अहमदी की कार बम धमाके में मौत हो गई थी।
यह धमाका आत्मघाती हमले की जगह से कुछ ही मीटर दूरी पर हुआ था। इस घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर देश में नई बहस छेड़ दी है। पत्रकारों में चिंता है कि ऐसे खतरनाक माहौल में वे अपना काम कैसे करें?
वनटीवी के पत्रकार हामिद हैदरी के अनुसार, शमीम और रमीज की मौत से कुछ देर पहले ही वह अपनी रिपोर्टिग खत्म कर घटनास्थल से दफ्तर लौटे थे। हैदरी ने कहा, जब हम अपने घर से निकलते हैं तो पता नहीं होता कि लौटेंगे या नहीं।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें