इराक और सीरिया में आतंकी संगठन हिजबुल्ला के ठिकानों पर अमेरिकी हमले में 25 लोगों की मौत
इराक और सीरिया में कातिब हिजबुल्ला और हिजबुल्ला ब्रिगेड के पांच ठिकानों पर अमेरिकी सेना के हमले में 25 लोग मारे गए।
बगदाद, एजेंसियां। इराक और सीरिया में कातिब हिजबुल्ला और हिजबुल्ला ब्रिगेड के पांच ठिकानों पर अमेरिकी सेना के हमले में 25 लोग मारे गए। इन हमलों में हिजबुल्ला के 51 लड़ाकों के घायल होने की भी खबर है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। ईरान समर्थित मिलिशिया ने इन हमलों का बदला लेने की कसम खाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा, हमले यह संदेश देने के लिए किए गए हैं कि अमेरिकियों के जीवन को खतरे में डालने वाली ईरान की किसी कार्रवाई को अमेरिका बर्दाश्त नहीं करेगा।
हमले में 25 रॉकेट दागे गए
इराक के किरकुक शहर स्थित सैन्य बेस के पास शुक्रवार को किए गए हमले में एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई थी। अमेरिकी कार्रवाई को इसी हमले से जोड़कर देखा जा रहा है। एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, इस हमले में 25 रॉकेट दागे गए थे। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने कहा, हमने इराक में ईरान समर्थित शिया मुस्लिम मिलिशिया समूह के तीन और सीरिया में दो स्थानों को निशाना बनाया था। जिन स्थानों को निशाना बनाया गया, वहां हथियारों का भंडारण करने के साथ ही हमलों को संचालित करने काम किया जाता था।
हमले के बाद हिजबुल्ला ने जारी किया बयान
एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि हमलों को एफ-15ई लड़ाकू विमानों द्वारा अंजाम दिया गया। अमेरिकी हमले के बाद रविवार आधी रात कातिब हिजबुल्ला ने एक बयान जारी किया। उसने कहा, 'अमेरिका और उसके भाड़े के लोगों के साथ हमारी लड़ाई अब किसी भी अंजाम तक जा सकती है। हमारे पास उनके हमलों का जवाब देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। दुनिया में ऐसा कोई भी नहीं जो इस अपराध का जवाब देने से हमें रोक सके।'
बता दें कि ईरान समर्थित इराक की हिजबुल्ला ब्रिगेड लेबनानी आतंकी समूह हिजबुल्ला से पूरी तरह अलग है। इराक की हिजबुल्ला ब्रिगेड पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्सेस के एक घटक के तौर पर काम करती है।
ईरान ने अमेरिकी हमले को आतंकी कृत्य बताया
ईरान ने अमेरिकी हमलों को आतंकी कृत्य करार दिया है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा, इराक और इराकी सुरक्षा बलों के खिलाफ अमेरिकी हमले आतंकवाद का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। ईरान ना केवल इस कृत्य की निंदा करता है बल्कि अमेरिका पर इराक की संप्रभुता की अनदेखी करने का भी आरोप लगाता है।