सीरिया में फिर रूसी हमले, 11 नागरिकों की मौत, सरायकेब पर सीरियाई बलों का कब्जा
सोमवार को रूसी हवाई हमले में कम से कम 11 नागरिकों की मौत हो गई। इसके साथ ही सीरियाई सेना बल ने विद्रोहियों के प्रमुख शहर में प्रवेश किया।
बेरुत, एजेंसी । उत्तर पश्विम सीरिया में सोमवार को रूसी हवाई हमले में कम से कम 11 नागरिकों की मौत हो गई। इसके साथ ही सीरियाई सेना बल ने विद्रोहियों के प्रमुख शहर में प्रवेश किया। ब्रिटेन की युद्ध पर नजर रखने वाली सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि शासन बलों ने सरायकेब पर पूर्ण नियंत्रण वापस ले लिया है।
सीरियाई राज्य समाचार एजेंसी SANA ने बताया कि तुर्की समर्थित विद्रोहियों के साथ हिंसक झड़पों के बाद सीरियाई सेना ने शहर में फिर से प्रवेश किया। नेशनल लिबरेशन फ्रंट के प्रवक्ता ने कहा राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना ने साराक़ेब पर हमला शुरू कर दिया है और यहां हिंसक झड़पें जारी हैं। सीरिया के अंतिम विद्रोही गढ़ पर कब्जा करने के लिए संघर्ष कर रही सरकार समर्थक बलों ने 8 फरवरी को पहली बार शहर पर नियंत्रण किया था, लेकिन जिहादी और संबद्ध विद्रोहियों ने गुरुवार को फिर से प्रवेश किया है। रूसी सेना ने कहा कि उसने पास के दो प्रमुख राजमार्गों पर परिवहन और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरायकेब के अंदर सैन्य इकाइयों को तैनात किया है।
रूसी हमले में तुर्की के कम से कम 33 सैनिकों की मौत्
बता दें कि 27 फरवरी को सीरिया के इदलिब प्रांत में हवाई हमले में तुर्की के कम से कम 33 सैनिक मारे गए थे। इस हमलों में दर्जनों और सैनिक घायल हुए थे। नाटो ने इस हमले को लेकर रूस की निंदा भी की थी। नाटो प्रमुख स्टोल्टेबर्ग ने यहां सभी पक्षों से क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यहां मानवीय स्थित भयावह है।
संयुक्त राष्ट्र शांति बहाली की अपील की
इस बीच संयुक्त राष्ट्र यहां पर काफी समय से शांति बहाली की अपील करता रहा है। इस बार भी संयुक्त राष्ट्र ने इदलिब में हुए हमले के बाद तेजी से बढ़ते जोखिम पर चिंता जाहिर की है। यूएन महासचिव अंटोनियो गुटेरेस ने तत्काल युद्धविराम की अपील करते हुए एक बयान में चेतावनी भी दी है कि यदि ऐसा न हुआ तो जोखिम और तनाव दोनों ही बढ़ जाएंगे। उधर, अमेरिका नेकहा है कि इस हमले के बाद तुर्की को रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली को लेकर किया गया सौदा रद कर देना चाहिए।