जापान की सरजमीं से ट्रंप ने चेताया, कोई भी 'तानाशाह' अमेरिका को कम न आंके
ट्रंप का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब उत्तर कोरियाई संकट चरम पर है। कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी बमवर्षकों की उड़ान से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।
योकोता एयर बेस, एएफपी। उत्तर कोरिया के साथ जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उसे चेताया है, मगर इस बार जापान की सरजमीं से। रविवार को ट्रंप अपने एशिया दौरे के तहत टोक्यो पहुंचे, जहां योकोता एयर बेस पर सेवाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने उत्तर कोरिया को अप्रत्यक्ष रूप से आगाह किया। उन्होंने कहा कि किसी भी तानाशाह को अमेरिका को कम आंकना नहीं चाहिए।
योकोता एयर बेस पर ट्रंप ने दी गई सैन्य जैकेट पहनी और चेतावनी भरे अंदाज में कहा, 'किसी को भी, किसी भी तानाशाह, सरकार और राष्ट्र को अमेरिका के संकल्प को कम आंकना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, 'पूर्व में उन्होंने हमें कम आंका। यह उनके लिए अच्छा नहीं रहा। हम अपने लोगों, आजादी और हमारे महान अमेरिकी ध्वज की रक्षा में कभी नहीं हारेंगे, कभी नहीं लड़खड़ाएंगे।
गौरतलब है कि ट्रंप का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब उत्तर कोरियाई संकट चरम पर है। कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी बमवर्षकों की उड़ान से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। उत्तर कोरिया ने इसे परमाणु हमले की तैयारी करार दिया है। ट्रंप के एशिया दौरे का पहला चरण जापान और दक्षिण कोरिया है और इन देशों के साथ उत्तर कोरिया के संबंध सबसे ज्यादा तनावपूर्ण हैं।
ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ टोक्यो पहुंचे। विमान में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि ऐसी संभावना है कि हम पुतिन के साथ मुलाकात करेंगे। हम उत्तर कोरिया पर पुतिन की मदद चाहते हैं और हम कई नेताओं से मुलाकात करेंगे।'
ट्रंप ने कहा, 'उत्तर कोरिया हमारे देश और दुनिया के लिए बड़ी समस्या है और हम इसे हल करना चाहते हैं।' हालांकि ट्रंप ने उत्तर कोरियाई लोगों के प्रति नरमी दिखाई। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वे महान लोग हैं। वे मेहनती, नरम और जितना दुनिया जानती या समझती है उससे ज्यादा सहृदय हैं।'
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