Move to Jagran APP

किम-ट्रंप शिखर सम्मेलन की तैयारियां शुरू, उत्तर कोरिया और अमेरिकी अधिकारी सिंगापुर के लिए रवाना

किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच 12 जून को सिंगापुर में शिखर सम्मेलन होना है। इसके लिए दोनों देशों के अधिकारियों ने सिंगापुर का दौरा शुरू कर दिया है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 12:16 PM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 12:23 PM (IST)
किम-ट्रंप शिखर सम्मेलन की तैयारियां शुरू, उत्तर कोरिया और अमेरिकी अधिकारी सिंगापुर के लिए रवाना
किम-ट्रंप शिखर सम्मेलन की तैयारियां शुरू, उत्तर कोरिया और अमेरिकी अधिकारी सिंगापुर के लिए रवाना

टोक्यो/सिओल (रायटर्स)। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाले ऐतिहासिक मुलाकात का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे ही दोनों तरफ के उच्च स्तरीय अधिकारियों की सक्रियता भी बढ़ गई है। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के शीर्ष सहयोगी सोमवार की रात सिंगापुर पहुंच चुके हैं। जापान की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को ये जानकारी दी। ताजा जानकारी ये बताती है कि अब इसके बाद जल्द ही डोनाल्ड ट्रंप भी सिंगापुर के लिए रवाना हो सकते हैं। बता दें कि 12 जून को सिंगापुर में अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच शिखर सम्मेलन होना है।

loksabha election banner

रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन के प्रमुख सहयोगी किम चांग सन सोमवार की रात बीजिंग से होते हुए सिंगापुर के लिए रवाना हुए। इसी समय व्हाइट हाउस के अधिकारी जोइ हेगन समेत शीर्ष अमेरिकी सरकारी अधिकारियों की एक टीम भी अमेरिका से सिंगापुर के लिए रवाना हुई। व्हाइट हाउस ने कहा कि एक टीम उत्तर कोरियाई टीम से मिलने के लिए सिंगापुर के लिए रवाना हुए हैं।

रिपोर्ट में इस तरफ इशारा किया गया है कि ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए योजना पहले 12 जून के लिए तय की गई थी जिसमें कोई बदलाव की गुंजाइश नहीं है। जब किम चांग सन से बीजिंग हवाई अड्डे पर मीडिया ने पूछा कि वे अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए सिंगापुर जा रहे हैं तो इस पर उनका जवाब था कि वे वहां खेलने जा रहे हैं। इसी बीच दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहैप के हवाले से खबर आई है कि उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम योंग कोल बुधवार को अमेरिका के लिए रवाना होंगे।  

गौरतलब है कि, किम के खिलाफ प्रतिबंध के कारण किम योंग कोल को सामान्य तौर पर अमेरिका की यात्रा के लिए प्रतिबंधित किया गया था। लेकिन उनकी इस अमेरिकी यात्रा से ये स्पष्ट हो जाएगा कि उन्हें इस प्रतिबंध से छुटकारा मिल गया है। बता दें कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के 2010 और 2016 के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को समर्थन देने के लिए किम योंग कोल को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। योनहैप ने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री भी कोल के साथ अमेरिकी यात्रा पर जा सकते हैं।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताहांत शनिवार को किम जोंग उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन ने पनमुंजम में एक आपात बैठक की थी जहां दोनों ने इस बात पर सहमति जताई थी कि अमेरिका के साथ उत्तर की वार्ता होनी चाहिए। इसके बाद मून ने सोमवार को कहा था कि दोनों कोरियाई देशों के बीच औपचारिक मुलाकातों के अलावा भी वार्ता हो सकती है और वे ज्यादा कारगर साबित होगा। बता दें कि इसके पहले 27 अप्रैल को कोरियाई देशों के नेताओं के बीच पहली मुलाकात हुई थी जहां गैर-परमाणुकरण पर सहमति जताई गई थी। तब से ही उत्तर कोरिया ने अमेरिका की एकतरफा परमाणु कार्यक्रमों को खत्म करने की मांगों को खारिज कर दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.