बाढ़ के बाद भयंकर गर्मी से तप रहा जापान, 26 लोगों की मौत; चेतावनी जारी
जापान के कुमागाया शहर में सोमवार को तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह देश में अब तक का सर्वोच्च तापमान है।
टोक्यो (एएफपी)। भयंकर बाढ़ के बाद जापान भीषण गर्मी की चपेट में है। जापान के कुमागाया शहर में सोमवार को तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह देश में अब तक का सर्वोच्च तापमान है। इससे पहले अगस्त, 2013 में कोशी में 41 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। देश में दो हफ्ते से पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है। 12 हजार से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बढ़ते तापमान को लेकर देशभर में चेतावनी जारी गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस हफ्ते स्थिति थोड़ी सामान्य हो सकती है लेकिन तापमान फिर भी 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा। जापान में आमतौर पर ठंड में तापमान न्यूनतम 5 डिग्री और गर्मियों में अधिकतम 26 डिग्री रहता है। राजधानी टोक्यो के ज्यादातर इलाकों में सोमवार को पारा 40 डिग्री के पार रहा। देश के आध्यात्मिक शहर क्योटो में पिछले पूरे हफ्ते तापमान 38 डिग्री से ऊपर रहा। इस वजह से शहर के सबसे बड़े पर्यटन समारोह 'परेड फॉर द जियोन मत्सुरी' को भी रद करना पड़ा।
9900 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती
जापान की फायर एंड डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के अनुसार 15 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 9900 से अधिक लोग और उसके पिछले हफ्ते 2700 लोग लू के चलते अस्पताल में भर्ती कराए गए। फिलहाल लू से राहत के कोई संकेत नहीं हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार शनिवार को भी कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मौत लू के कारण हुई। मरने वालों ज्यादातर वृद्ध थे। शनिवार को क्योटो में 3091 एंबुलेंस भेजी गई जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। खबरों के मुताबिक यह एक दिन में सर्वाधिक बार एम्बुलेंस भेजने का जापान में रिकॉर्ड है इसके पूर्व कभी भी एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में एम्बुलेंस नहीं भेजी गईं थीं।
राहत कार्य भी प्रभावित
तापमान बढ़ने के कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों में चल रहे राहत कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। जापान में अगस्त करीब 29 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म और पांच डिग्री सेल्सियस के साथ जनवरी सबसे ठंडी होती है। आमतौर पर जुलाई का औसत तापमान 25 डिग्री के नीचे ही रहता है। देश में 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान 'भीषण गर्मी' माना जाता है।