जापान में जन-जीवन अस्त व्यस्त, पीएम ने कहा हमारी 'समय के साथ जंग'
भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
टोक्यो (एजेंसी)। जापान में गुरुवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश कहर बरपा रही है। भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं और कम से कम 92 लोग लापता हैं। बाढ़ के कारण 1,850 लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
बारिश और भूस्खलन से सबसे ज्यादा हिरोशिमा प्रांत और एहाइम प्रांत के निवासी प्रभावित हुए हैं। जबकि पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी जापान के फुकुओका, क्योटो, ओकायामा, गिफू, कोचि, शिगा, ह्योगो और यामागुची प्रांतों से भी लोगों के मरने की खबरें मिली हैं। ओकायामा और हिरोशिमा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ओकायामा में एक आवासीय क्षेत्र विशाल झील की तरह नजर आ रहा है। पूरा इलाका पानी में डूब गया है। प्रभावित इलाकों में खड़ी कारें जलमग्न हो गयी हैं और पानी 16 फीट की ऊंचाई तक पहुंच गया है।
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आपदा की इस घड़ी को ‘समय के साथ जंग’ बताया क्योंकि हर गुजरते मिनट के साथ परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। आबे ने कहा, ‘बचाव अभियान, लोगों की जान बचाना और विस्थापन का कार्य समय के खिलाफ एक लड़ाई है।’
पुलिस, अग्निशमन दल, आत्मरक्षा बल और जापानी तटरक्षक के लगभग 54,000 जवान भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन और बाढ़ में फंसे लोगों की तलाश करने और उन्हें बचाने में जुटे हुए हैं। इस ऑपरेशन में 40 हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। रविवार शाम तक 15 प्रांतों के 25 लाख लोग अभी भी सुरक्षित स्थानों की ओर निकल रहे थे। जापान के भूमि, बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, रिकार्ड तोड़ बारिश से जापान के 47 में से 28 प्रांतों में 201 स्थानों पर भूस्खलन जैसी भौगोलिक आपदाएं घटी हैं।
जापान मौसम एजेंसी (जेएमए) ने बताया कि एक सक्रिय मौसमी बारिश के रुख के कारण जापान के सबसे पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। एजेंसी ने जापान के किंकी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़, भूस्खलन, बिजली कड़कने और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। इस प्रांत में क्योटो, ह्योगो और ओसाका प्रांत आते हैं।