जापानी प्रधानमंत्री सुगा की कूटनीतिक चुनौती, अमेरिका दौरे पर होगी चीन की नजर
प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण चीन क्षेत्र में चीन की सैन्य हलचल तेज है। इस क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां काफी जटिल हैं। ऐसे में दोनों नेताओं की वार्ता पर दुनिया की नजर होगी।
टोक्यो, एजेंसी। नए जापनी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा की अक्टुबर में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से हो सकती है। जापान में प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने के बाद सुगा की यह पहली विदेश यात्रा होगी। इस समय प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण चीन क्षेत्र में चीन की सैन्य हलचल तेज है। इस क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां काफी जटिल हैं। ऐसे में दोनों नेताओं की वार्ता पर दुनिया की नजर होगी। खासकर इस मुलाकात पर चीन की पैनी नजर होगी।
जापान-अमेरिका के मधुर संबंधों का लंबा इतिहास, सुगा पर टिकी निगाह
हालांकि, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ही जापान और अमेरिका के मधुर संबंध है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ही अमेरिका जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा का गारंटर है। दोनों देशों के मध्य रक्षा समझौता है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की अवधि के दौरान दोनों देश और निकट आए। जापान को आम तौर पर अमेरिका के विश्वस्त कूटनीतिक सहयोगी के तौर पर देखा जाता है। जापान की विदेश नीति पर भी अमेरिका का गहरा प्रभाव रहा है। ऐसे में नए प्रधानमंत्री सुगा के समक्ष जटिल अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में इन रिश्तों को आगे बढ़ाने की चुनौती होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री सुगा पूर्व पीएम आबे के पदचिन्हों पर चलते हैं या कोई अन्य रणनीति के साथ जापान और अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाते हैं।