दक्षिण चीन सागर में जापानी पनडुब्बी कुरोशिरो ने पहली बार किया सैन्य अभ्यास
चीन ने कहा कि ऐसा कोई काम नहीं किया जाए जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचे।
टोक्यो, रायटर। विवादित दक्षिण चीन सागर में जापान की नौसेना के अभ्यास में पहली बार एक पनडुब्बी भी शामिल की गई। यह सैन्य अभ्यास हालांकि चीन के दावे वाले जलक्षेत्र से दूर किया गया। इसके बावजूद चीन ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा कोई काम नहीं किया जाए जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचे। चीन तकरीबन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। इस दावे को मजबूती देने के लिए उसने कई कृत्रिम द्वीपों पर सैन्य ठिकाने भी बना रखे हैं।
जापान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को यहां कहा कि कुरोशिरो पनडुब्बी गुरुवार को अन्य जापानी युद्धपोतों के साथ सैन्य अभ्यास में शामिल हुई थी। इस अभ्यास में हेलीकॉप्टर वाहक पोत कागा ने भी हिस्सा लिया। यह पोत इस समय दो महीने के लिए दक्षिण-पूर्व एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र की यात्रा पर है।
भड़के चीन ने कहा, क्षेत्रीय शांति को क्षति पहुंचाने वाला काम ना करें
जापानी सैन्य अभ्यास में पहली बार पनडुब्बी शामिल किए जाने के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'चीन आग्रह करता है कि बाहरी देश उन प्रयासों का सम्मान करें जिसमें क्षेत्रीय देश दक्षिण चीन सागर मसले का हल बातचीत के जरिये निकालने में जुटे हैं।'
ये देश भी करते हैं अपना दावा
चीन वैसे तो पूरे दक्षिण चीन सागर पर ही अपने अधिकार का दावा करता है, लेकिन ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम और ताइवान भी उस पर अपना दावा करते हैं। इस क्षेत्र में स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका भी सैन्य अभ्यास कर चुका है। पिछले माह ब्रिटेन की नौसेना का युद्धपोत एचएमएस एल्बियन दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे वाले द्वीपों के पास से गुजरा था।