अप्रैल 2019 में मिलेगा जापान को नया सम्राट
सम्राट अकीहीतो (83) का इस समय प्रोस्टेट कैंसर का इलाज चल रहा है। पूर्व में एक बार उनके हृदय का ऑपरेशन भी हो चुका है।
टोक्यो, रायटर। जापान के सम्राट अकीहीतो संभवत: मार्च 2019 में अपना पद त्याग देंगे और अप्रैल में युवराज नारुहीतो उनके स्थान पर सिंहासन संभाल लेंगे। जापान की करीब 200 साल की राजशाही में जीते-जी सत्ता त्यागने की यह पहली घटना होगी।
जापान के असाही अखबार के मुताबिक राजसत्ता में परिवर्तन के लिए सरकार कार्यक्रम निर्धारित कर रही है। जून में जापान की संसद इस बाबत एक प्रस्ताव पारित कर चुकी है। जापान सरकार के प्रवक्ता ने राजसत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है। मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिदे सुगा ने कहा है, सम्राट की सत्ता त्यागने की प्रक्रिया को हम पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। हम प्रक्रिया को पूरी क्षमता से पूरा कराएंगे।
सम्राट अकीहीतो (83) का इस समय प्रोस्टेट कैंसर का इलाज चल रहा है। पूर्व में एक बार उनके हृदय का ऑपरेशन भी हो चुका है। पिछले एक साल से वह सार्वजनिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई है।
असाही के अनुसार सम्राट के रूप में नारुहीतो (57) का कार्यकाल एक अप्रैल से शुरू होगा। जापान में सम्राट के पद त्यागने से संबंधित अलग कानून बनाया गया है। वह केवल सम्राट अकीहीतो के मामले में ही लागू होगा। माना जा रहा है कि राजसत्ता में परिवर्तन का असर जापान की जनता पर बहुत मामूली होगा।
अकीहीतो को ऐसे सम्राट के रूप में जाना जाता है जिन्होंने राजशाही परंपराओं को परे रखते हुए हमेशा लोगों के साथ मिलकर कार्य करते हुए समय व्यतीत किया। उन्होंने जापान और अन्य देशों में द्वितीय विश्व युद्ध से पैदा घावों को भरने के लिए प्रयास किए। द्वितीय विश्व युद्ध के लिए कुछ हद तक उनके पिता सम्राट हीरोहीतो को भी जिम्मेदारी माना जाता है।
यह भी पढ़ें: उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने को लेकर अमेरिका के साथ जापान