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जानें- कहां हासिल हुई 319 टीबी प्रति सेकेंड की इंटरनेट स्‍पीड, पलक झपकते ही हजारों फाइलें हो सकेंगी डाउनलोड

जापान की लैब में किए गए एक शोध में शोधकर्ताओं को उम्‍मीद से कहीं अधिक इंटरनेट की स्‍पीड हासिल हुई है। ये स्‍पीड 319 टेरा बाइट प्रति सेकेंड की है। इतनी स्‍पीड में पलक झपकते ही कुछ भी डाउनलोड किया जा सकता है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 18 Jul 2021 02:24 PM (IST)Updated: Sun, 18 Jul 2021 02:54 PM (IST)
जानें- कहां हासिल हुई 319 टीबी प्रति सेकेंड की इंटरनेट स्‍पीड, पलक झपकते ही हजारों फाइलें हो सकेंगी डाउनलोड
जापान में हासिल हुई इंटरनेट की सर्वाधिक स्‍पीड

टोक्‍यो (आईएएनएएस)। मौजूदा दौर में इंटरनेट हर किसी की जिंदगी से जुड़ गया है। लेकिन कई बार और कई जगहों पर इसकी कम स्‍पीड परेशानी खड़ी कर देती है। लगातार इसकी स्‍पीड को बढ़ाने पर काम चल रहा है। ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए इसकी स्‍पीड को कुछ हद तक बढ़ाया भी जा चुका है। अब जापान ने इस संबंध में एक नया टेस्‍ट किया है।

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इंटरनेट की स्‍पीड को लेकर किए गए इस टेस्‍ट में जो स्‍पीड सामने आई है उसने पहले के सभी रिकॉर्ड धराशायी कर दिए हैं। जापान के नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ इन्‍फॉर्मेशन एंड कम्‍युनिकेशंस टेक्‍नोलॉजी (NIICT) की लैब में हुई टेस्टिंग के दौरान इंटरनेट की स्‍पीड 319 टेराबाइट्स आई है। ये इतनी अधिक है कि जिसका अंदाजा भी शायद आपके लिए लगाना मुश्किल होगा। पिछले वर्ष इसी तरह के एक टेस्‍ट में ये स्‍पीड 178 टेराबाइट आई थी।

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि अमेरिकी स्‍पेस एजेंसी नासा भी 440 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की इंटरनेट स्‍पीड का इस्‍तेमाल करती है। जापान की लैब में हासिल हुई इंटरनेट की स्‍पीड से बड़ी से बड़ी फाइल को चुटकियों में डाउनलोड किया जा सकता है। ये स्‍पीड दुनियाभर में सबसे अधिक है। इसकी स्‍पीड का अंदाजा आप इस तरह से लगा सकते हैं कि इतनी स्‍पीड से एक सेकेंड में हजारों फिल्‍में डाउनलोड की जा सकती हैं।

जापान की लैब ने भी इस स्‍पीड को पाने के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल का इस्‍तेमाल किया है। रिसर्च के मुताबिक मौजूदा ऑप्टिकल फाइबर केबल में ही कुछ जरूरी चीजों के बदलाव से इस स्‍पीड को पाया जा सकता है। इसमें लागत भी कम आएगी।

जापान की लैब में किए गए इस टेस्‍ट की रिपोर्ट को पिछले माह इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन ऑप्टिकल फाइबर कम्‍युनिकेशंस में पेश किया गया था। इसमें बताया गया है कि इसके लिए NIICT ने 3001 किमी लंबा एक ट्रांसमिशन तैयार किया था। हालांकि इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इसको हकीकत में बनाने के लिए अब भी काफी कुछ किया जाना होगा। इस स्‍पीड को पाने के लिए शाोधकर्ताओं ने खास धातु से बने एम्‍प्‍लीफायर और अलग-अलग वेवलैंथ के लिए 552 चैनल कॉम्‍ब लेजर का इस्‍तेमाल किया था।


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