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जापान में बाढ़ से 141 की मौत, कई लापता; सामने आई तबाही की तस्वीरें

जापान में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 141हो गई है। दर्जनों लोग लापता, ढूंढने में जुटे राहतकर्मी।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Tue, 10 Jul 2018 09:04 AM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 10:58 AM (IST)
जापान में बाढ़ से 141 की मौत, कई लापता; सामने आई तबाही की तस्वीरें
जापान में बाढ़ से 141 की मौत, कई लापता; सामने आई तबाही की तस्वीरें

टोक्यो (एएफपी)। जापान में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पुलिस और सैनिकों समेत दर्जनों लोग अब भी लापता है। बचाव दल के लोग पीड़ित परिवारों और लापता लोगों को ढूंढने की कोशिश में जुटे हैं। इस बीच बाढ़ के पानी में गिरावट आनी शुरू हो गई है।

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मदद के लिए लगे 70 हजार राहतकर्मी

बाढ़ और भूस्खलन में फंसे लोगों की मदद के लिए 70 हजार से ज्यादा आपातकालीन कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

सरकार के प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने बताया कि पुलिस, फायर ब्रिगेड और सेना के करीब 73,000 जवान राहत और बचाव कार्यों में जुट हैं। राहत और बचाव अभियान में 700 हेलिकॉप्टरों की मदद भी ली जा रही है।

बाढ़ के कारण PM आबे ने रद की विदेश यात्रा

इस बीच बाढ़ से मची तबाही के कारण जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने चार देशों की अपनी विदेश यात्रा को रद कर दिया है। आबे बुधवार से बेल्जियम, फ्रांस, सऊदी अरब और मिस्र की यात्रा पर जाने वाले थे। वह इस हफ्ते बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।

सोमवार को कम हुई बारिश

हालांकि राहत की बात यह रही है कि पिछले कई दिनों से जापान के दक्षिणी-पश्चिमी इलाके में आफत मचाने के बाद बारिश रुक गई है। सोमवार को आसमान साफ दिखाई दिया और सूरज आम दिनों की तरह निकला। लेकिन, तबाही का मंजर चारों ओर पसरा हुआ है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते राहतकर्मियों को अभियान चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

11,200 घरों में छाया अंधेरा

बिजली कंपनियों ने बताया कि लगभग 11,200 घरों में बिजली नहीं है और हजारों घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। हिरोशिमा के युमेको मत्सुई कहते हैं कि हम नहा नहीं सकते। ट्वायलेट सही से काम नहीं कर रहा है और अनाज का भंडार कम होता जा रहा है। शनिवार से तो हमें बिना पानी के रहना पड़ रहा है। हितोको असानो ने कहा कि मेरी उम्र 71 साल हो चुकी है। अपनी जिंदगी में मैंने अब तक ऐसे हालात नहीं देखे थे। वाशिंग मशीन, फ्रीज, माइक्रोवेव, टोस्टर और कंप्यूटर सब कुछ बर्बाद हो चुका है।

पहले कभी नहीं देखी ऐसी भीषण बारिश...

मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा है, 'हमने कभी भी ऐसी भीषण बारिश नहीं देखी है।' वहीं सोमवार को बचावकर्मियों ने कीचड़ में फंसे हुए जिंदा लोगों और शवों को बाहर निकाला। एक अधिकारी ने बताया है कि जल स्तर धीरे धीरे घट रहा है और इससे आपातकालीन टीमों को सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों तक पहुंच पाएंगी। बता दें कि इस बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा मौतें हिरोशिमा में हुई हैं।

उद्योग जगत पर असर

भारी बारिश और उसके बाद जलभराव से उद्योग जगत भी प्रभावित हुआ है। माज्दा मोटर कॉर्प ने बताया कि उसे सोमवार को हिरोशिमा स्थित मुख्यालय बंद करना पड़ा। इसके कई प्लांटों में उत्पादन पिछले सप्ताह ही बंद किया जा चुका है। पानी भर जाने के चलते पैनासोनिक कंपनी ने एक प्लांट में उत्पादन बंद कर दिया है।


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