जापान ने देशवासियों से बार, रेस्तरां नहीं जाने के लिए कहा, अब तक 6000 मामले
जापान में लगभग 6000 कोरोना वायरस के मामले हैं और लगभग 100 लोगों की मौतें हुई हैं। बढ़ते मामलों के साथ चिंताएं बढ़ती जा रही है।
टोक्यो, एपी। जापान ने लोगों से पूरे देश में बार, क्लब और रेस्तरां से दूर रहने का अनुरोध किया है। यह फैसला टोक्यो सहित सात शहरी क्षेत्रों के लिए लिया गया है। प्रधान मंत्री शिंजो आबे राष्ट्रीय कोरोना वायरस टास्क फोर्स की बैठक में कहते हैं कि संक्रमण के कई मामलों की पुष्टि उन स्थानों पर की गई है जहां लोग रात में बाहर जा रहे हैं और इससे यह देशभर में फैल रहा है। बता दें कि जापान में आपात स्थिति 7 अप्रैल को जारी की गई, इसमें लोगों को यथासंभव घर पर रहने के लिए कहा गया।
आबे ने कंपनियों के लिए अपनी दलील दोहराई कि लोगों को घर से काम करने की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा कि भीड़ में कमी आई है, लेकिन जरूरत इससे ज्यादा की है। बता दें कि देश में डिपार्टमेंट स्टोर और मूवी थिएटर बंद हो गए हैं, लेकिन कुछ रिटेल चेन अभी भी खुले हैं।
जापान में लगभग 6,000 कोरोना वायरस के मामले हैं और लगभग 100 लोगों की मौतें हुई हैं। बढ़ते मामलों के साथ चिंताएं बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में निर्धारित संख्या से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। सरकार ने पार्लर और बार को बंद करने के लिए कहा है।
बता दें कि हाल ही में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे से फोन पर बात की। पीएम मोदी ने ट्वीटर पर इसकी जानकारी देते हुए इसे काफी फलदायी वार्ता बताई। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'COVID-19 के बारे में मेरे मित्र जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ अच्छी बातचीत हुई। भारत-जापान विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी कोरोना वायरस के बाद नई तकनीक व समाधान विकसित करने में मदद कर सकती है, जोकि हमारे लोगों, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और दुनिया के लिए होगी।' इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है और इससे निपटने के लिए कदम उठा रही है।