बुध ग्रह की यात्रा पर रवाना हुआ यूरोप-जापान का अंतरिक्ष यान
बेपीकोलंबो एक बड़ा मील का पत्थर है। इससे कई बड़ी सफलताएं सामने आएंगी। चुनौतीपूर्ण यात्रा पूरी करने के अलावा यह अभियान बदले में विज्ञान को कई बड़ी उपलब्धियां सौंपेगा।
टोक्यो, एपी/रायटर। एक यूरोपीय-जापानी अंतरिक्ष यान को सौर मंडल के सबसे छोटे ग्रह बुध पर भेजा गया है। सात साल की यात्रा के बाद यह यान सूर्य के सबसे करीबी ग्रह तक पहुंचेगा। यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) ने कहा कि मानवरहित बेपीकोलंबो अंतरिक्ष यान को फ्रेंच गुएना से कक्षा में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। दोनों एजेंसियों ने कहा कि इस यान का नाम इटली के वैज्ञानिक गिसेपे बेपी कोलंबो के नाम पर रखा गया है। एरिआने 5 रॉकेट से शुक्रवार को स्थानीय समय के अनुसार रात 10:45 पर अंतरिक्ष यान को रवाना किया गया।
एक बयान में ईएसए के महानिदेशक जान वोएर्नर कहा, 'ईएसए और जेएक्सए के लिए बेपीकोलंबो एक बड़ा मील का पत्थर है। इससे कई बड़ी सफलताएं सामने आएंगी। चुनौतीपूर्ण यात्रा पूरी करने के अलावा यह अभियान बदले में विज्ञान को कई बड़ी उपलब्धियां सौंपेगा।'
सूर्य के सबसे करीबी ग्रह होने के कारण बुध पर कुछ ही अंतरिक्ष यान भेजे जा सके हैं। सूर्य से यह ग्रह छह करोड़ किलोमीटर से कम दूरी पर जबकि धरती से करीब 15 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित है। यही दूरी इस ग्रह तक की यात्रा को चुनौतीपूर्ण बनाती है। दिन में जो हिस्सा सूर्य के सामने होता है वहां का तापमान 400 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है जबकि रात वाले हिस्से का तापमान माइनस 170 डिग्री सेल्सियस होता है।