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यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा: पीएम मोदी

इंडोनेशिया के बाली में आज वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां पहुंचे है। अगला जी- 20 सम्मेलन भारत में होना है। पीएम मोदी ने जी- 20 सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान कई वैश्विक मुद्दों का जिक्र किया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 15 Nov 2022 10:14 AM (IST)Updated: Tue, 15 Nov 2022 10:22 AM (IST)
यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन संबोधित करते हुए (फोटो एजेंसी)

बाली, एजेंसी। इंडोनेशिया के बाली में मंगलवार को वार्षिक जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई, जिसमें दुनिया भर के कई नेता शिरकत कर रहे हैं। पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन संबोधित करते हुए कई वैश्विक मसलों का जिक्र किया और इनका हल निकालने के लिए दुनिया को साथ आने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज विश्व को जी-20 से अधिक अपेक्षाएं हैं। हमारे समूह की प्रासंगिकता बढ़ गई है।

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पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन का जिक्र करते हुए वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण वातावरण के बीच जी20 के नेतृत्व के लिए इंडोनेशिया की भी तारीफ की। रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने कहा- मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा। पिछली शताब्दी में, द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया। उसके बाद उस समय के नेताओं ने शांति का मार्ग अपनाने का गंभीर प्रयास किया। अब हमारी बारी है।

यूक्रेन युद्ध ने दुनिया में मचाई तबाही: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन ने के दौरान फूड एनर्जी सिक्योरिटी सत्र में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना और यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। इससे दुनिया में तबाही फैल गई है। उन्होंने कहा कि यूएन जैसी संस्थाएं इन मुद्दों पर विफल रही हैं। इसलिए हम सभी को मिलकर यूक्रेन युद्ध रोकने का रास्ता निकालना होगा।

भारत एक दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा

पीएम नरेंद्र मोदी भी इसमें हिस्सा लेने बाली पहुंचे हैं जहां उन्होंने सम्मेलन शुरू होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अन्य नेताओं से अनौपचारिक मुलाकात की। इंडोनेशिया अभी जी-20 समूह का वर्तमान अध्यक्ष है। वहीं, भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। ऐसे में पीएम मोदी की इस सम्मेलन में मौजूदगी और अहम हो जाती है।

क्या है जी-20 और इसके मायने

जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।


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