24 मानव खोपड़ी इंडोनेशिया से भेजी जा रही थी पार्सल बनाकर डाक के जरिए
माना जा रहा है कि खोपडि़यां इंडोनेशिया की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिन्हें देश के ही अन्य स्थानों से हासिल किया गया है।
बाली, रायटर। इंडोनेशिया के बाली में मानव खोपडि़यों की तस्करी का एक मामला सामने आया है। बाली कस्टम अधिकारियों के मुताबिक, एक डाक सेवा के माध्यम से 24 अलंकृत मानव खोपड़ी देश से बाहर भेजी जा रही थी, लेकिन इस साजिश को नाकाम कर दिया गया।
इंडोनेशियाई पर्यटन द्वीप के अधिकारियों ने बताया कि खोपड़ी वाले बॉक्सों को नीदरलैंड भेजा जा रहा था। ऐसे दो बॉक्स को अलग-अलग तिथियों को पार्सल किया गया। लेकिन दोनों बॉक्सों को कस्टम अधिकारियों ने संदिग्ध पाया। दरअसल, जब एक्स-रे मशीन द्वारा बॉक्स को स्कैन किया गया, तो कस्टम अधिकारियों को कुछ शक हुआ। इसके बाद उन्होंने बॉक्स को खोला, तो उसमें मानव खोपडि़यां निकली।
माना जा रहा है कि खोपडि़यां इंडोनेशिया की सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिन्हें देश के ही अन्य स्थानों से हासिल किया गया है। हालांकि साजिशकर्ताओं ने इन्हें देश से बाहर भेजने की पुख्ता साजिश रची थी। इन मानव खोपडि़यों को कृत्रिम सामग्रियों से बनाया जाने के रूप में लेबल किया गया था। लेकिन बाली सांस्कृतिक विरासत संरक्षण केंद्र के विशेषज्ञों द्वारा जांच किए जाने के बाद पता चला कि ये असल में ये मानव खोपडि़यां हैं।
बाली के गुगुरा राय अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के सीमा शुल्क प्रमुख हिमावान इंदरजोनो ने कहा कि इस साजिश के पीछे एक इंडोनेशियाई निवासी का हाथ होने का संदेह है। अधिकारियों ने संदिग्ध का नाम नहीं बताया, वे साजिशकर्ता को 'आर' के रूप में संबोधित कर रहे हैं।
बता दें कि बीते नवंबर में इन्डोनेशियाई प्रांत पापुआ में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक जर्मन शख्स था। ये दोनों तीन मानव खोपड़ी सुवाहैसा द्वीप भेजने की साजिश रच रहे थे।