China: अल्पसंख्यकों और ताइवानियों पर पकड़ मजबूत करेंगे चिनफिंग, एकजुटता व राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर
इस साल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के पोलित ब्यूरो में लगातार तीसरे कार्यकाल का प्रस्ताव पारित होने के बाद देश की प्रशासनिक बागडोर संभालने वाले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अल्पसंख्यकों और अलग हुए ताइवानियों सहित लोगों पर अपनी पकड़ मजबूत करने जा रहे हैं।
बीजिंग, एएनआइ। इस साल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के पोलित ब्यूरो में लगातार तीसरे कार्यकाल का प्रस्ताव पारित होने के बाद देश की प्रशासनिक बागडोर संभालने वाले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अल्पसंख्यकों और अलग हुए ताइवानियों सहित लोगों पर अपनी पकड़ मजबूत करने जा रहे हैं। इनसाइड ओवर की रिपोर्ट के अनुसार इसके दो मकसद है। पहला एकता और दूसरा राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देना।
चीन में एकजुटता पर जोर
चिनफिंग और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के सार्वजनिक भाषणों ने ऐसे समय में एकजुटता पर जोर दिया है, जब सीसीपी का आकलन कहता है कि शत्रुतापूर्ण, वैश्विक विपरीत परिस्थितियों और आर्थिक मंदी के बीच चीन को 2035 तक आधुनिक समाजवादी देश और 2049 तक महान आधुनिक समाजवादी देश बनाना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शी का सपना जातीय मतभेदों के बावजूद चीन को एक ही दिशा में ले जाना है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की संरचना में बदलाव
रिपोर्ट के अनुसार, चिनफिंग के सपने के अनुरूप चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की संरचना में बदलाव लाए गए हैं। इनसाइडर ओवर ने कहा कि पिछले पोलित ब्यूरो में पार्टी अध्यक्ष प्रणाली की बजाय महासचिव प्रणाली को प्राथमिकता दी गई थी। केंद्रीय पोलित ब्यूरो में एक भी महिला प्रतिनिधि नहीं है और सभी सदस्यों को शी का करीबी माना जाता है। साथ ही सेंट्रल पोलित ब्यूरो में अब 25 से 24 सदस्य रह गए हैं। इनसाइड ओवर की रिपोर्ट के अनुसार, इसे चीन पर शी के सपने को थोपने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
ऐतिहासिक प्रदर्शनों के बाद प्रतिबंधों में ढील
बता दें कि हफ्ते भर से जारी ऐतिहासिक प्रदर्शनों से घबराई चीन सरकार कोविड प्रतिबंधों में ढील देने के लिए तैयार हो चुकी है। आने वाले दिनों में क्वारंटाइन प्रोटोकाल व समूहिक जांच में छूट की घोषणा हो सकती है। चीन में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 36,061 मामले सामने आए, लेकिन कुछ शहरों में लाकडाउन खत्म किए जा चुके हैं।