WHO ने कहा, कोरोना के फैलने में वुहान मार्केट की रही भूमिका लेकिन इसे बंद करना ठीक नहीं
World Health Organization यानी WHO) ने कहा है कि कोरोना के फैलने में वुहान के थोक पशु बाजार की भूमिका रही है लेकिन इसे बंद करना ठीक नहीं होगा। जानें क्या दी दलील...
जेनेवा, रायटर। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization यानी WHO) ने कहा है कि चीन के शहर वुहान में स्थित थोक पशु बाजार की कोरोना के प्रसार में भूमिका रही है। यह भूमिका या तो वायरस के स्त्रोत के रूप में रही है या फिर इसने वायरस के प्रसार को बढ़ाने का काम किया। डब्ल्यूएचओ ने हालांकि इस बारे में और अधिक शोध-अध्ययन की जरूरत पर जोर दिया है। चीन के अधिकारियों ने जनवरी में इस बाजार को बंद करा दिया था, जिससे वन्य और समुद्री जीवों की खपत तथा व्यापार में अस्थायी रोक लग गई थी।
खाद्य सुरक्षा से जुड़े डब्ल्यूएचओ के एक विशेषज्ञ डा. पीटर बेन एमबारेक ने कहा कि यह साफ है कि इस बाजार के कारण वायरस का प्रकोप बढ़ा, लेकिन यह भूमिका किस तरह की थी, इस पर और अधिक रोशनी पड़नी चाहिए। कोरोना का वायरस कैसे आया और इतना गंभीर हो गया, इसको लेकर चीन और अमेरिका के बीच तलवारें खिंची हुई हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने इसके लिए साफ तौर पर चीन को उत्तरदायी ठहराया है।
पोंपियो ने तो यहां तक कहा है कि उनके पास इस वायरस के लैब में बने होने के प्रमाण हैं। बेन एमबारेक ने हालांकि इन आरोपों पर कुछ नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि यह जानने में एक वर्ष का समय लग गया था कि एमईआरएस (मिडिल ईस्ट रेसिपिरेटरी सिंड्रोम) का स्त्रोत ऊंट है। कोरोना के मामले में अभी भी देर नहीं हुई है। हमारे लिए अभी सबसे अधिक जरूरी इस वायरस का प्रसार रोकना है।
डब्ल्यूएचओ ने हालांकि इस विचार का समर्थन नहीं किया है कि वन्य जीवों के जिस तरह के बाजार को इस वायरस का स्त्रोत माना जा रहा है उसे बंद कर दिया जाना चाहिए। बेन एमबारेक के मुताबिक लाइव एनिमल मार्केट पूरी दुनिया में भोजन और लाखों-करोड़ों लोगों की आजीविका के लिए आवश्यक हैं और अधिकारियों को इन्हें बंद करने के बजाय उनका स्तर सुधारने पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।