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चीन का दावा, 'पुलवामा' के बाद की थी भारत-पाक तनाव दूर करने की कोशिश

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अब अपने देश की पर्दे के पीछे से निभाई गई इस भूमिका को उजागर किया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 10:36 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 10:36 PM (IST)
चीन का दावा, 'पुलवामा' के बाद की थी भारत-पाक तनाव दूर करने की कोशिश
चीन का दावा, 'पुलवामा' के बाद की थी भारत-पाक तनाव दूर करने की कोशिश

 बीजिंग, प्रेट्र। पुलवामा आतंकी हमले के बाद चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता के जरिये तनाव और मतभेद कम करने के प्रयासों में मदद की थी। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अब अपने देश की पर्दे के पीछे से निभाई गई इस भूमिका को उजागर किया है।

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चीन में सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी के आधिकारिक समाचार पत्र 'पीपुल्स डेली' को दिए साक्षात्कार में वांग यी ने 2019 में चीन की कूटनीतिक उपलब्धियों के बारे में बताया है। इसी क्रम में वांग यी ने पुलवामा हमले का सीधे तौर पर जिक्र किए बिना कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब तनाव चरम पर था तो चीन ने अपने विदेश उपमंत्री कोंग झुआनयू को पाकिस्तान भेजकर उसे संयम बरतने के लिए समझाया था।

वांग के इस साक्षात्कार की प्रतियां चीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को मीडिया को वितरित कीं। इसमें वांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच चेन्नई में हुई दूसरी अनौपचारिक वार्ता का जिक्र करते हुए कहा, 'हमने अपने पड़ोसियों के साथ समग्र रूप से संबंधों में सुधार और विकास किया है। राष्ट्रपति चिनफिंग और प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई में दूसरी सफल शिखर बैठक की और चीन-भारत संबंधों के सतत विकास का मार्ग प्रशस्त किया।' इससे पहले 13 दिसंबर को '2019 में चीन की कूटनीति' विषय पर एक संगोष्ठी में भी वांग ने कहा था कि चेन्नई शिखर बैठक ने भारत-चीन संबंधों के सतत और मजबूत विकास की टोन तय कर दी थी।

साक्षात्कार में वांग यी ने आगे कहा कि पिछले एक साल में चीन ने पड़ोसियों के साथ संबंधों को समग्र रूप से मजबूत किया है और क्षेत्रीय स्थिरता व विकास को बढ़ावा देने में सकारात्मक योगदान दिया है। चीनी विदेश मंत्री ने कहा, 'अफगानिस्तान पर अपनी कूटनीति के तहत चीन ने अंतर अफगान, चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान और चीन-रूस-अमेरिका वार्ता में सहायता की और पहली चीन-रूस-अमेरिका-पाकिस्तान वार्ता का आयोजन किया।' रोहिंग्या शरणार्थियों के संदर्भ में वांग यी ने कहा, 'चीन ने म्यांमार और बांग्लादेश के बीच उनके लंबित मुद्दों के समाधान के लिए वार्ता को बढ़ावा में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।'

उन्होंने चीन और जापान के बीच रिश्तों में सुधार को लेकर भी बात की। हाल के समय में पूर्वी चीन सागर में विवादित द्वीपों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव रहा है। वांग यी ने कहा कि चीन और जापान द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार के लिए 10 बिंदुओं पर सहमत हुए हैं ताकि रिश्ते सही ट्रैक पर लौट सकें। साथ ही चीन और आसियान देशों ने विवादित दक्षिण चीन सागर के मसले पर खासी प्रगति की है। चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। जबकि वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताईवान के अपने-अपने दावे हैं।


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