ट्रेड वार को लेकर समझौते की राह पर अमेरिका-चीन
अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन की अगुआई में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने चीनी पक्ष से दो दिन चर्चा की।
बीजिंग, प्रेट्र। ट्रेड वार को लेकर अमेरिका-चीन समझौते की राह पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं। खबरों के मुताबिक, दो दिन की बातचीत के बाद दोनों देशों में कुछ आर्थिक और कारोबारी मुद्दों पर सहमति बन गई हैं। हालांकि अब भी कई मसले अनसुलझे हैं।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन की अगुआई में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने चीनी पक्ष से दो दिन चर्चा की। न्यूचिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष राजदूत भी हैं। चीनी पक्ष की अगुआई उप प्रधानमंत्री लियु ही ने की। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीन और अमेरिका कुछ आर्थिक और कारोबारी मसलों को सुलझाने पर सहमत हो गए हैं। दोनों पक्षों ने बेहतर संवाद के लिए कार्यप्रणाली विकसित करने पर भी सहमति जताई है। हालांकि अब भी बहुत से ऐसे मसले हैं, जिन पर दोनों पक्षों में कोई सहमति नहीं बनी है। साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने एक आधिकारिक बयान के हवाले से बताया कि दोनों पक्षों ने चीन में अमरिकी निर्यात, द्विपक्षीय निवेश, बौद्धिक संपदा संरक्षण और आयात पर शुल्क लगाने जैसे मसलों पर चर्चा की। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चर्चा के दौरान चीन की कंपनी जेडटीई पर लगे अमेरिकी प्रतिबंध पर विरोध भी जताया गया।
महीने भर पहले डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन से आयातित इस्पात और एल्युमीनियम पर भारी-भरकम शुल्क लगाने की घोषणा के बाद से दोनों देशों में तनातनी का माहौल है। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आयात किए जाने वाले 128 उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने का एलान कर दिया था। इस तनातनी के बाद से ही दोनों देश बातचीत से मसले को हल करने का प्रयास कर रहे हैं। चीन के साथ कारोबार में अमेरिका का व्यापार घाटा करीब 500 अरब डॉलर का है। अमेरिका 2020 के अंत तक इसे 200 अरब डॉलर तक समेटने के लिए चीन पर दबाव बना रहा है। अमेरिका ने चीन को निर्यातकों को दी जा रही सब्सिडी रोकने को भी कहा है।