थ्येनआनमन नरसंहार की बरसी पर हांगकांग में हजारों ने मनाया शोक, चीन के खिलाफ गाए विद्रोगी गीत
हांगकांग और मकाऊ में नरसंहार के पीडि़तों को श्रद्धांजलि दी गई। हांगकांग में शोक सभा के दौरान विद्रोही गीत भी गाये गए। लोगों ने चीन की झूठी बातों को नहीं मानने के नारे भी लगाए।
हांगकांग, आइएएनएस। बीजिंग के थ्येनआनमन चौक नरसंहार की 30वीं बरसी पर चीन के स्वायत्तशासी क्षेत्र हांगकांग में हजारों लोगों ने शोक मनाया। हांगकांग के विक्टोरिया पार्क में शोक मनाने के लिए जुटे लोगों में से कई ने काले कपड़े पहने थे।
आयोजकों का कहना है कि पार्क में करीब एक लाख 80 हजार लोग मौजूद थे लेकिन चारों तरफ सन्नाटा पसरा था। दूर तक केवल मोमबत्तियों की रोशनी दिखाई दे रही थी। पुलिस ने हालांकि आयोजकों के दावे का खंडन करते हुए कहा कि सभा में 40 हजार से भी कम लोग थे।
चीन की सेना ने चार जून, 1989 को लोकतंत्र के समर्थन में आंदोलन कर रहे छात्रों पर टैंक चढ़ा दिए थे। अनुमान है कि इस घटना में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। चीन के ज्यादातर हिस्सों में इस घटना की चर्चा करने पर भी पाबंदी है।
लेकिन हांगकांग और मकाऊ में नरसंहार के पीडि़तों को श्रद्धांजलि दी जाती है। हांगकांग में शोक सभा के दौरान विद्रोही गीत भी गाये गए। लोगों ने उस घटना को कभी ना भूलने और चीन की झूठी बातों को नहीं मानने के नारे भी लगाए। इस शोक सभा में प्रत्यर्पण संबंधी नए कानून के विरोध में भी पोस्टर लहराए गए।
बता दें कि हांगकांग में एक नया कानून प्रस्तावित किया गया है जिसमें अपराधियों को सीधे चीन में प्रत्यर्पित किए जाने का प्रावधान है। कई लोगों को डर है कि इस कानून से हांगकांग की स्वतंत्रता खतरे में आ जाएगी।
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