चीनी हमले की आशंका में ताइवान का युद्धाभ्यास
चीन के हमले की आशंका में ताइवान ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने को सेना का युद्धाभ्यास शुरू किया है। युद्धाभ्यास में वह टैंक मोर्टार और छोटे हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। दक्षिण स्थित सेना के हुको बेस पर यह युद्धाभ्यास चल रहा है।
ताइपे, एपी। चीन के हमले की आशंका में ताइवान ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने को सेना का युद्धाभ्यास शुरू किया है। युद्धाभ्यास में वह टैंक, मोर्टार और छोटे हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। ताइवान के मेजर जनरल चेन चोंग जी बताया कि ताइपे के दक्षिण स्थित सेना के हुको बेस पर यह युद्धाभ्यास चल रहा है। हमें यह मतलब नहीं है कि ताइवान की जलसंधि में क्या चल रहा है, लेकिन हम अपने द्वीप और इसकी जमीन की सुरक्षा जरूर करेंगे। हमारी सेना का युद्धाभ्यास सभी पक्षों को यह बताता है कि हम अपनी सुरक्षा के प्रति कितने गंभीर हैं।
ज्ञात हो कि ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन पहले ही कह चुकी हैं कि ताइवान की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने अमेरिका से बड़ा रक्षा समझौता भी किया है, जिसके तहत उसे एफ-16 विमान, हथियारयुक्त ड्रोन, रॉकेट सिस्टम, हार्पून मिसाइल उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने चीन का मुकाबला करने के लिए ताइवान की सैन्य उत्पादन करने वाली इंडस्ट्री और पनडुब्बियों के निर्माण का कार्य भी तेज किया है। ताइवान को लगातार चीन की धमकियों के देखते हुए ताइवान इस तरह की तैयारी कर रहा है।