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चीन में विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिशों के बीच ग्वांगझोउ में पुलिस से भिड़े लोग, कठोर कार्रवाई के आदेश

चीन सरकार की सख्ती के बावजूद कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रदर्शनों की जांच कर रही दंगारोधी पुलिस ने मंगलवार रात जब ग्वांगझोउ में उनसे भी पूछताछ शुरू कर दी जो प्रदर्शनों में शामिल नहीं थे तो लोगों का गुस्सा भड़क उठा।

By AgencyEdited By: Amit SinghPublished: Wed, 30 Nov 2022 06:22 PM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 06:22 PM (IST)
चीन में विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिशों के बीच ग्वांगझोउ में पुलिस से भिड़े लोग, कठोर कार्रवाई के आदेश
चीन के ग्वांगझोउ में पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी

शंघाई, रायटर: चीन सरकार की सख्ती के बावजूद कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। गत दिनों हुए प्रदर्शनों की जांच कर रही दंगारोधी पुलिस ने मंगलवार रात जब ग्वांगझोउ में उनसे भी पूछताछ शुरू कर दी, जो प्रदर्शनों में शामिल नहीं थे तो लोगों का गुस्सा भड़क उठा। दंगारोधी पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई। इसके बाद प्रशासन को बुधवार को शहर के कई क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील देनी पड़ी।

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प्रदर्शनों को लेकर सरकार सख्त

कड़े कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ सप्ताहांत में शुरू हुए प्रदर्शनों से घबराई चिनफिंग सरकार ने देश के प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को उतार दिया है। पूर्वी शहर शुझोऊ में टैंक तैनात किए जाने की सूचना है। लोगों के मोबाइल व अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है और प्रदर्शनों से संबंधित वीडियो डिलीट किए जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर अंकुश लगा दिया गया है। सेंट्रल पालिटिकल एंड लीगल अफेयर कमिशन ने 'शत्रु ताकतों' के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। शहरों में बड़ी संख्या में पुलिस वाहन गश्त कर रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी व अर्धसैन्य बल लोगों के पहचान पत्र की जांच कर रहे हैं। दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया है।

चिनफिंग सरकार के खिलाफ सख्त विरोध

हालिया प्रदर्शनों को राष्ट्रपति शी चिनफिंग के कार्यकाल का सबसे बड़ा विरोध आंदोलन करार दिया जा रहा है। इसे वर्ष 1989 के थ्येनआनमन आंदोलन के बाद का सबसे बड़ा नागरिक अवज्ञा भी कहा जा रहा है। ग्वांगझोउ शहर के कुछ जिलों में लाकडाउन खत्म करने का एलान करते हुए अधिकारियों ने उन जिलों का उल्लेख नहीं किया, जहां मंगलवार को प्रदर्शन हुए हैं। जिन जिलों में अस्थायी लाकडाउन को खत्म किया गया है, उनमें हाइझू, बाइयून, फनयू, तियान्हे, कांघुआ, हुआदू व लिवान शामिल हैं। कांघुआ प्रशासन ने कहा कि जिले में स्कूल, रेस्त्रां व कारोबार को खोलने की इजाजत दी गई है।

झड़प के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

ट्विटर पर प्रसारित ग्वांगझोउ से संबंधित वीडियो में दर्जनों दंगारोधी पुलिस पीपीई किट की तरह की पोशाक में एक व्यूह रचना बनाती हुई लाकडाउन बैरियर की तरफ बढ़ रही है, तभी उसके पास से कोई वस्तु उड़ती हुई गुजर जाती है। इसके बाद पुलिस कुछ लोगों को हथकड़ी लगा साथ ले जाती दिखाई देती है। एक अन्य वीडियो में लोग पुलिस पर कुछ फेंकते हुए दिखाई देते हैं। तीसरे वीडियो में पुलिस अश्रु गैस का इस्तेमाल करती दिखाई देती है, जिसके बाद लोग अपने घरों में घुस जाते हैं।

22 शहरों में हुए 43 प्रदर्शन

अमेरिकी सरकार से सहायता प्राप्त फ्रीडम हाउस के चाइना डिसेंट मानिटर का आकलन है कि चीन में शनिवार से सोमवार तक कुल 27 प्रदर्शन हुए। हालांकि, आस्ट्रेलिया के एएसपीआइ थिंक टैंक का अनुमान है कि चीन के 22 शहरों में 43 प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच, बुधवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या मामूली गिरावट के साथ 37,828 रही।

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