Move to Jagran APP

चीन में अल्पसंख्यक समुदायों पर बढ़ रहा दबाव, चर्च से जुड़े 100 से ज्यादा लोग हिरासत में

चीन का संविधान धार्मिक आजादी की पैरवी करता है लेकिन छह साल पहले राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सत्ता संभालने के बाद से सरकार ने धार्मिक आजादी पर प्रतिबंध सख्त किए हैं।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 05:54 PM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 05:54 PM (IST)
चीन में अल्पसंख्यक समुदायों पर बढ़ रहा दबाव, चर्च से जुड़े 100 से ज्यादा लोग हिरासत में
चीन में अल्पसंख्यक समुदायों पर बढ़ रहा दबाव, चर्च से जुड़े 100 से ज्यादा लोग हिरासत में

बीजिंग, रायटर। चीन में पुलिस ने प्रोटेस्टेंट ईसाई समुदाय के एक प्रतिष्ठित चर्च से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया है। इस कार्रवाई को रविवार देर शाम अंजाम दिया गया। पुलिसकर्मी और सुरक्षा अधिकारियों ने चेंगदू प्रांत के अर्ली रेन कोवनेंट चर्च से जुड़े लोगों के घरों पर छापा मारकर उन्हें हिरासत में ले लिया। चीन में अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिम और ईसाई समुदाय के लोगों पर सरकार लगातार दबाव बना रही है।

loksabha election banner

चीन का संविधान धार्मिक आजादी की पैरवी करता है लेकिन छह साल पहले राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सत्ता संभालने के बाद से सरकार ने धार्मिक आजादी पर प्रतिबंध सख्त किए हैं। अधिकारी लोगों की धार्मिक मान्यता को सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के लिए चुनौती मानते हैं।

कानून के तहत चीन में सभी धर्मस्थलों को सरकार के पास रजिस्ट्रेशन कराना होता है। कई चर्च ऐसे हैं, जिन्होंने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। जिस चर्च के लोगों को हिरासत में लिया गया है, वह भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले चर्च में शुमार है।

पादरी वांग यी, चर्च के संस्थापक और उनकी पत्नी से चर्च के सदस्य संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। चीन के मैसेजिंग एप वीचैट पर चर्च के ग्रुप को भी ब्लॉक कर दिया गया है। 2017 में वांग और उनके समूह पर किताब लिखने वाले पत्रकार इयान जॉनसन ने इसे परेशान करने वाला घटनाक्रम बताया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.