जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने बाल्कन में बढ़ते चीन प्रभाव को लेकर चेताया
मर्केल ने जोर देते हुए कहा कि सवाल यह है कि आर्थिक संबंध राजनीतिक सवालों से जुड़े हुए हैं? यह मुक्त व्यापार के संदर्भ में बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
बर्लिन, एएफपी। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने चीन को चेताया है कि उसे पश्चिमी बाल्कन में अपने निवेशों को राजनीतिक मांगों से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है चीन व्यापार और निवेश करना चाहता है। हम मुक्त व्यापार को लेकर प्रतिबद्ध हैं, मगर यह पारस्परिक रूप से होना चाहिए और खुलापन भी सिर्फ एक पक्ष से नहीं बल्कि सभी पक्षों की तरफ से होना चाहिए।
इसके साथ ही मर्केल ने जोर देते हुए कहा कि सवाल यह है कि आर्थिक संबंध राजनीतिक सवालों से जुड़े हुए हैं? यह मुक्त व्यापार के संदर्भ में बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
चीन ने एशिया और यूरोप को स्थल मार्ग से जोड़ने के लिए 'न्यू सिल्क रोड्स' की पहल पर बड़े पैमाने पर निवेश किया है। ऐसे में यूरोपवासियों को चीन के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव का डर सता रहा है। हालिया वर्षों में देखा गया है कि चीन ने सामरिक क्षेत्रों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया है। यूरोप में कुछ को डर सता रहा है कि चीनी निवेशों का लाभ उठाने वाले बाल्कन देश यूरोपीय संघ में चीन के हितों की रक्षा के लिए अधिक इच्छुक हैं। खास ताैर से मानवाधिकारों और व्यापार के मुद्दों पर।
मेसेडोनिया में चीन ने हाईवे कंस्ट्रक्शन में निवेश किया है, जो यूरोपिय संघ और नाटो में शामिल होने की मांग कर रहा है और हाल ही में यहां के पीएम ने देश को आधुनिकृत बनाने में मदद करने के लिए अपने चीनी समकक्ष ली केकियांग का शुक्रिया अदा किया था।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में अपने चीन दौरे पर चेताया था कि कुछ यूरोपिय देश चीनी हितों के लिए कुछ ज्यादा ही खुले हुए हैं। वहीं पिछले साल अगस्त में जर्मन विदेश मंत्री ने पेरिस में कहा था कि अगर चीन के संबंध में कोई यूरोपिय रणनीति तैया नहीं करते हैं तो वह यूरोप को बांटने में कामयाब हो जाएगा।