चिनफिंग ने कहा- यूएस के साथ ट्रेड वार के चलते भारत-पाक के प्रवेश से बढ़ेगी एससीओ की ताकत
चिनफिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन की उपस्थिति का बड़ा ऐतिहासिक महत्व है।
क्विंगदाओ, प्रेट्र। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को आठ सदस्यीय शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि एससीओ में भारत-पाकिस्तान के प्रवेश से उसकी ताकत में इजाफा होगा।
-खुलेपन और सहयोग को बढ़ावा दें एससीओ सदस्य देश
18वें एससीओ सम्मेलन की मेजबानी करते हुए चिनफिंग ने आरंभिक भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन की उपस्थिति का बड़ा ऐतिहासिक महत्व है। उन्होंने कहा कि एससीओ में गहरी चेतना और सहयोग की प्रबल भावना है।
उन्होंने साझा, व्यापक, सहयोगात्मक और सतत सुरक्षा का आह्वान किया। चीनी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें शीत युद्ध की मानसिकता और गुटों के बीच संघर्ष को नकारना चाहिए। अन्य देशों की सुरक्षा की कीमत पर खुद के लिए पूर्ण सुरक्षा हासिल करने के चलन का भी विरोध करना चाहिए ताकि सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।'
उन्होंने कहा कि देशों को सभी के लाभ के लिए खुलेपन और सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। अमेरिका के साथ बढ़ते ट्रेड वार के मद्देनजर उनकी यह टिप्पणी अहम है।
एससीओ को मदद का एलान
संबोधन में चिनफिंग ने संयुक्त परियोजनाओं के लिए एससीओ को 30 अरब युआन यानी 4.7 अरब डॉलर का ऋण देने की भी घोषणा की। एससीओ में अभी आठ सदस्य देश हैं जो दुनिया की करीब 42 प्रतिशत आबादी और वैश्विक जीडीपी के 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं।