भारत-चीन ने वुहान शिखर वार्ता के बाद हुई प्रगति की समीक्षा की
मोदी और शी ने वुहान में पिछले वर्ष अप्रैल में पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता की थी। डोकलाम में 2017 के सैन्य गतिरोध के बाद दोनों पक्षों ने वार्ता करने का फैसला लिया था।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने चीन के उप विदेश मंत्री कोंग शुआनयोउ से मुलाकात की और वुहान शिखर वार्ता के बाद के सकारात्मक बदलावों की समीक्षा की। 2018 में वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच शिखर वार्ता हुई थी। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने गुरुवार को इस आशय की जानकारी दी।
इस माह के शुरू में प्रभार ग्रहण करने वाले मिस्त्री ने मंगलवार को कोंग से मुलाकात की। भारतीय अधिकारी के मुताबिक, दोनों के बीच यह शिष्टाचार मुलाकात थी। दूतावास ने ट्वीट में कहा है, 'भारतीय राजदूत और उप विदेश मंत्री ने वुहान अनौपचारिक शिखर वार्ता के बाद से सकारात्मक घटनाक्रम पर ध्यान दिया। इसके अलावा उन्होंने भारत-चीन रिश्ते को और मजबूत बनाने पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया।'
मोदी और शी ने वुहान में पिछले वर्ष अप्रैल में पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता की थी। डोकलाम में 2017 के सैन्य गतिरोध के बाद दोनों पक्षों ने वार्ता करने का फैसला लिया था। सैन्य गतिरोध के कारण दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया था। शिखर वार्ता के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तेजी से सुधार आया। सैन्य एवं व्यापार समेत विभिन्न मोर्चो पर दोनों देशों के बीच वार्ता में तेजी आई।
अनूप वाधवान भी थे चीन दौरे पर
भारत के वाणिज्य सचिव अनूप वाधवान ने भी मंगलवार को दो दिनों की चीन यात्रा पूरी की। उन्होंने चीन के वाणिज्य उप मंत्री वांग शाउवेन और चीन के सीमा शुल्क समान्य प्रशासन उप मंत्री झांग जिवेन से मुलाकात की। व्यापार घाटा कम करने के लिए चीन को होने वाले भारतीय निर्यात में वृद्धि पर उन्होंने बातचीत की।
शी के भारत दौरे पर स्थिति साफ नहीं
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अगले दो महीने में राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भारत दौरे की योजना की उसे जानकारी नहीं है। जापान के प्रकाशन निक्केई आसियान रिव्यू ने खबर दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए राष्ट्रपति भारत दौरे पर जा सकते हैं। 'शी की भारत यात्रा की योजना' शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी के शुरू में चीन के राष्ट्रपति भारत जा सकते हैं।