हांगकांग में मीडिया दिग्गज जिमी लाई को मिली जमानत, बोले- चीन को बदले बिना दुनिया में नहीं आएगी शांति
हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किए गए मीडिया दिग्गज जिमी लाई को अदालत से जमानत मिल गई है। उन्होंने आंदोलनकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
हांगकांग, आइएएनएस। हांगकांग में चीन के विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किए गए मीडिया दिग्गज जिमी लाई को गुरुवार को अदालत से जमानत मिल गई। बीते सोमवार को प्रात: लाई को उनके घर से गिरफ्तार किया गया था। नए कानून के तहत गिरफ्तार किए गए वह सबसे ऊंची प्रोफाइल वाले शख्स हैं। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि चीन को बदले बिना दुनिया में शांति नहीं आ सकती है। उन्होंने लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारियों को सावधान रहने के लिए भी कहा है।
उन्होंने कहा कि अब यह सरकार दमन पर उतर आई है, गिरफ्तारी उसका पहला कदम है, इसलिए सावधान रहकर आगे बढ़ने की जरूरत है। हांगकांग की आजादी के लिए हमें लंबी लड़ाई लड़नी है। लाई ने कहा, सोमवार को उन्हें दो बेटों के साथ फर्जी आरोपों में गिरफ्तार किया गया लेकिन वह घबराए नहीं। वह सोए नहीं बल्कि सोचते रहे कि किस तरह से आंदोलन को मजबूत किया जा सकता है। लाई हांगकांग में लोकतंत्र की स्थापना के पक्ष की मजबूत आवाज हैं।
साल भर पहले छिड़े आंदोलन का उन्होंने खुलकर समर्थन किया था। उनका अखबार एपल डेली आंदोलनकारियों का पक्ष रखने के लिए जाना जाता है और वह हांगकांग सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अखबार है। अखबार का मालिकाना हक नेक्स्ट डिजिटल नामक कंपनी के पास है। लाई ने इस अखबार की स्थापना 1995 में की थी। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने भी जिमी लाई की गिरफ्तारी पर चिंता जाहिर की थी।
लाई के खिलाफ विदेशियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया है। अनधिकृत रूप से विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के चलते लाई को इसी साल फरवरी और अप्रैल में भी गिरफ्तार किया गया था। हांगकांग में अब तक सात लोगों को नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के उल्लंघन के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 39 से 72 साल के बीच है। पुलिस ने इनके नाम नहीं बताए हैं।