प्रत्यर्पण कानून के लिए सार्वजनिक तौर पर कैरी लैम ने मांगी माफी
हांगकांग की नेता कैरी लैम ने चीन में प्रत्यर्पण से जुड़े कानून के लिए माफी मांगी है।
हांगकांग, एएनआइ। विवादित प्रत्यर्पण कानून के लिए हांगकांग की बीजिंग समर्थक नेता कैरी लैम ने मंगलवार को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी। प्रस्तावित विवादित प्रत्यर्पण कानून में आरोपितों व संदिग्धों को मुकदमा चलाने के लिए सीधे चीन प्रत्यर्पित करने का प्रावधान था। बता दें कि चीन को प्रत्यर्पण का अधिकार देने वाले विधेयक को भारी विरोध के बाद वापस ले लिया गया है।
रविवार को भी हांगकांग में हजारों लोग सड़कों पर उतरे थे और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था। अब शहर की शीर्ष नेता कैरी लैम ने मामले को सही ढंग से न संभाल पाने पर माफी मांगी है। कभी ब्रिटिश शासन के अधीन रहे हांगकांग में चीन को प्रत्यर्पण के अधिकार वाला बिल पेश किया गया था। इस कानून को हांगकांग की स्वायत्तता और यहां के नागरिकों की स्वतंत्रता पर खतरा मान रहे हैं। दरअसल 1997 में ब्रिटेन ने चीन को हांगकांग इसी शर्त पर सौंपा था कि 'वन कंट्री, टू सिस्टम' के तहत उसकी स्वायत्तता बरकरार रहेगी।
न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार, गर्वंमेंट हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कैरी लैम ने कहा, ‘हांगकांग की जनता से मैं माफी चाहती हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे अभी भी काफी कुछ सीखना है।’
फरवरी में प्रस्तावित प्रत्यर्पण कानून का शुरुआत से ही विरोध शुरू हो गया था। इस विवादित कानून को हटाने की मांग करते हुए उग्र विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया था। इससे पूरे क्षेत्र में तहलका मच गया और प्रदर्शनकारी लैम के इस्तीफे की भी मांग करने लगे। लैम के सहयोगी भी उन पर बिल वापस लेने का दबाव बना रहे थे। आखिरकार उन्हें बिल को टालना पड़ा। इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता को उन्हें एक और मौका देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने करीब 32 लोगों को हिरासत में लिया है।
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