Move to Jagran APP

चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ जर्मनी ने हांगकांग को हथियार और सामान का निर्यात बंद किया

यूरोपीय देशों की एकजुटता की सीख देते हुए चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ जर्मनी ने हांगकांग को हथियार और दोहरे उपयोग के सामान का निर्यात बंद कर दिया है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 08:43 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 08:43 AM (IST)
चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ जर्मनी ने हांगकांग को हथियार और सामान का निर्यात बंद किया
चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ जर्मनी ने हांगकांग को हथियार और सामान का निर्यात बंद किया

बर्लिन, एजेंसी। यूरोपीय देशों की एकजुटता की सीख देते हुए चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के खिलाफ जर्मनी ने हांगकांग को हथियार और दोहरे उपयोग के सामान का निर्यात बंद कर दिया है। जर्मनी ने यह कदम यूरोपीय संघ की प्रतिक्रिया के तहत उठाया है। जर्मनी ने कहा है कि चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के प्रतिक्रिया स्‍वरूप यह कदम उठाया गया है।

loksabha election banner

हांगकांग के मुद्दे पर एकजुट हो यूरोपीय देश 

जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने कहा कि बर्लिन ने यह कदम चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून की प्रतिक्रिया स्‍वरूप उठाया है। इस कानून का मकसद हांगकांग में व्‍यवस्‍था के खिलाफ उपजे असंतोष को दबाना है। मास ने यूरोपीय देशों से कहा कि उन्‍हें हांगकांग के मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए और सामूहिक रूप से फैसला लेना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि चीन जैसी शक्तियों के लिए यूरोप को एक स्‍वर में बोलना चाहिए। उन्‍होंने कहा यूरोपीय देशों को अपने मूल्‍यों एवं सिद्धांतों को बनाए रखना चाहिए। विदेश मंत्री ने कहा कि हांगकांग के मसले पर हमने पहले ही कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

चीन और यूरोपीय देशों के बीच प्रत्‍यर्पण संधि पर शुरू हुई सियासत 

इस बीच चीन ने यूरोपीय देशों के खिलाफ कदम उठाते हुए कनाडा, ऑस्‍ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ हांगकांग के प्रत्‍यर्पण संधि को स्‍थगति कर दिया है। बता दें कि कनाडा, ऑस्‍ट्रेलिया और ब्रिटेन ने चीन के नए सुरक्षा कानून के खिलाफ समान कदम उठाया था। चीन ने इसके बाद इन तीनों देशों से प्रत्‍यर्पण संधि को स्‍थगित करने का ऐलान किया है। न्यूजीलैंड ने पहले ही हांगकांग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को निलंबित कर दिया था। उधर, संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी यह संकेत दिया है कि वह भी ऐसे कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। 

 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.