दुनियाभर में पहले कोरोना फैलाया, अब मास्क बेचकर नोट छाप रहा है चीन
चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस समय देश में 11.6 करोड़ मास्क का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। दूसरे देशों से मास्क की भारी मांग है।
बीजिंग, एएफपी। दुनियाभर को कोरोना वायरस जैसी महामारी की मुसीबत में झोंक देने वाला चीन अब उसी के माध्यम से नोट छाप रहा है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए चीन दुनिया के कई देशों को मास्क का निर्यात कर रहा है और उसके लिए यह धंधा बहुत फायदे का साबित हो रहा है।
व्यापक पैमाने पर एन95 मास्क मास्क का उत्पादन
मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में जनवरी के आखिर में कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू हुआ। फरवरी तक वुहान के साथ ही हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों को भी वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया था। ऐसे में गुआन शूंजे नामक कंपनी ने मात्र 11 दिन में ही मास्क बनाने वाली एक नई फैक्ट्री खड़ी कर दी। उत्तरपूर्वी चीन में पांच इकाइयां स्थापित करने वाली यह कंपनी अब व्यापक पैमाने पर एन95 मास्क बना रही है, जिसकी दुनियाभर में भारी मांग है।
दो महीने के भीतर करीब 9,000 मास्क उत्पादन के क्षेत्र में कूदीं कंपनियां
चीन में कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला कम हुआ तो फैक्ट्री के युवा मालिक ने इटली को मास्क का निर्यात करना शुरू कर दिया, जो चीन से भी ज्यादा बुरी तरह से इस वायरस से प्रभावित हुआ है। बिजनेस डाटा प्लेटफार्म तियानयंचा के मुताबिक भारी मांग को देखते हुए इस साल के पहले दो महीने के भीतर ही चीन में 8,950 कंपनियों ने मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया है।
दुनियाभर में चार लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित
दुनियाभर में चार लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। मास्क समेत अन्य सुरक्षा उपकरणों की मांग बढ़ गई है। दक्षिणपूर्वी गुआंगडोंग प्रांत के डोंगगुआन शहर में एन95 मास्क तैयार करने वाली मशीन बनाने वाली कंपनी के सेल्स मैनेजर शी चिंघुई ने कहा, 'मास्क मशीन वास्तव में नोट छापने की मशीन बन गई है। जहां एक मास्क पर पहले एक से दो फीसद तक लाभ होता था, अब वह बढ़कर कई प्रतिशत तक हो गया है। एक दिन में 60,000 से 70,000 मास्क बनाने का मतलब उतने नोट छापना है।'
चीन में मास्क बनाने की मची होड़, मास्क तैयार करने वाली मशीनों की बढ़ी मांग
डोंगगुआन में ही मास्क तैयार करने वाली मशीन बनाने वाली कंपनी के मालिक की गुआंग्तू ने बताया कि उन्होंने अपनी कंपनी में 70 लाख डॉलर (लगभग 50 करोड़ रुपये) का निवेश किया है, लेकिन लागत निकालने की कोई चिंता ही नहीं है। उन्होंने बताया कि अब तक 71 सेट मशीन बेच चुके हैं। एक मशीन की कीमत 71000 डॉलर (लगभग 50 लाख रुपये) है। कंपनी के पास अभी दो सौ से ज्यादा मशीन का ऑर्डर है।
मास्क तैयार करने वाली मशीन बनाने वाले उद्यमी भी कमा रहे मोटा मुनाफा
इसी तरह कई ऐसे लोग हैं, जिनका मास्क तैयार करने वाली मशीन बनाने से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं था। लेकिन वो लोग भी अब इस धंधे में उतर गए हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं। व्यापारियों के मुताबिक मास्क तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले कपड़े की कीमत भी बढ़ गई है।
चीन में इस समय प्रतिदिन 11.6 करोड़ से ज्यादा मास्क का उत्पादन
चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस समय देश में 11.6 करोड़ मास्क का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। दूसरे देशों से मास्क की भारी मांग है।
दक्षिण कोरिया और इटली समेत यूरोपीय देशों में मास्क की भारी मांग
एक उत्पादक ने बताया कि वह अब तक 10 लाख मास्क इटली भेज चुका है। दूसरे उत्पादक ने बताया कि दक्षिण कोरिया और यूरोप के अन्य देशों से उसके पास मास्क के दो सौ से ज्यादा ऑर्डर पड़े हैं।