गजब रिवाज: यहां दुल्हन ले जाने के लिए दूल्हे को देनी होती है अंग्रेजी की परीक्षा
चीन में दूल्हे को अपनी दुल्हन ले जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दुल्हन के परिवार के लोगों ने दूल्हे के सामने अंग्रेजी परीक्षा पास करनी थी।
बीजिंग, एजेंसी। शादी एक ऐसा शब्द है जिसका महत्व हर कोई बता सकता है। भारतीय परम्पराओं के अनुसार शादी दो शरीर का मिलन है जन्मों-जन्मों का बंधन है। वैसे आपने अपनी शादी या परिवार में किसी की शादी के दौरान होने वाली रस्मों को तो देखा ही होगा।
जैसे फेरों के समय जूतें चुरानें की रस्म, शादी के बाद दुध में अंगूठी ढूढ़ना आदि। इसी तरह दुनिया में कई ऐसे देश है जहां भी कुछ अलग ही रस्में निभाई जाती है लेकिन कई जगहों पर ऐसी रस्में निभाई जाती है जिन्हें जानकर आपको भी लगेगा कि काश हमारें यहां भी ऐसी ही रस्म और रिवाज होनी चाहिए। एेसी ही एक रस्म चीन के गुआंगडोंगे प्रांत में मनाया जाता है।
चीन के गुआंगडोंगे प्रांत में एक दूल्हे को अपनी दुल्हन ले जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दुल्हन के परिवार के लोगों ने दूल्हे के सामने अंग्रेजी परीक्षा पास करनी थी। दरअसल, दुल्हन के परिवार के लोग दूल्हे के साथ अंग्रेजी में बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहते थे। इस परीक्षा में दूल्हे को अंग्रेजी सुननी थी और सवालों के सौ फीसद सही जवाब देने थे। तीन साल विदेश में रहे दूल्हे के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं थी।
वह झट से इसके लिए तैयार हो गया लेकिन अफसोस आवाज सुनने के बाद उसने दो सवालों के गलत जवाब दिए। दूल्हे का कहना था कि आवाज काफी कर्कश थी और उसे डेढ गुना तेज गति से सुनाया गया था। हालांकि दूल्हे के साथ अक्सर ऐसी शरारतें की जाती हैं। इस दौरान दूल्हे को ‘नो मनी, नो हनी’ कहते हुए रुपयों से भरे लाल पैकेट को देना होता है। इसके बाद दूल्हा-दुल्हन को विदा करा कर ले जाता है। दुल्हन को पाने के लिए यहां यदि दुल्हा पढ़ा-लिखा नहीं है तो काफी मसक्कत करनी पड़ती है। बता दें कि दूल्हा और दुल्हन गुआंगडोंग प्रांत स्थित विश्वविद्यालय से विदेशी अध्ययन में स्नातक हैं।