Move to Jagran APP

चीन में मानवाधिकार के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई की मांग, क्‍या लगेगी ड्रैगन पर लगाम?

न्यूयार्क में महासभा सत्र से इतर राजनयिकों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की बैठक में हुई चर्चा। चीन में उइगर मुस्लिमों व अन्य अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगता रहा है। हालांकि चीन इस आरोप को हर बार नकारता रहा है।

By TilakrajEdited By: Published: Tue, 20 Sep 2022 09:38 PM (IST)Updated: Tue, 20 Sep 2022 09:38 PM (IST)
चीन में मानवाधिकार के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई की मांग, क्‍या लगेगी ड्रैगन पर लगाम?
उइगरों को अवैध रूप से शिविरों में रखकर उनसे बंधुआ मजदूरी कराने की रिपोर्ट

न्यूयार्क, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के साथ ही न्यूयार्क में इससे इतर भी राजनयिक गतिविधियां जारी हैं। राजनयिकों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के बीच एक बैठक में चीन में उइगर मुस्लिमों समेत अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति दु‌र्व्यहार को लेकर चीन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर जोर दिया गया है। इस पर बीते 31 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट भी जारी हुई है, जिसमें चीन में मानवाधिकार के उल्लंघन का विस्तार से वर्णन किया गया है।

loksabha election banner

चीन पर लगाम जरूरी

न्यूयार्क में सोमवार को अटलांटिक काउंसिल एंड ह्यूमन राइटवाच द्वारा आयोजित फोरम पर चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अल्पसंख्यक अधिकारों के संपर्ककर्ता फर्नांड वरेनेस ने कहा कि चीन में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर निष्क्रियता अब ज्यादा संभव नहीं है। अगर हमने इस मामले को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया तो क्या संदेश जाएगा। इसी तरह संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप राजदूत जेफरी प्रेसकोट ने कहा कि अगर इस मामले पर कुछ निर्णय न हुआ, तो इस अंतरराष्ट्रीय संस्था की गरिमा पर ठेस पहुंचेगा।

उइगर महिलाओं से यौन दुर्व्‍यहार?

चीन के शिनजियांग प्रांत में वर्षों से अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों व अन्य समुदायों को प्रताडि़त करने व उनके विरुद्ध अत्याचार की घटनाएं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं व मीडिया द्वारा उठाई जाती रही है। उइगरों को अवैध रूप से शिविरों में रखकर उनसे बंधुआ मजदूरी कराने, महिलाओं से यौन दु‌र्व्यहार आदि की रिपोर्ट लगातार आती रही हैं।

बता दें कि बीते 31 अगस्त को अपने कार्यकाल के अंतिम दिन संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार मामलों की प्रमुख मिशेल बचलेट द्वारा जारी रिपोर्ट में चीन पर लगते आ रहे आरोपों को सही ठहराने के बाद मामला और गरमा गया। हालांकि, चीन ने इस रिपोर्ट को मनगढंत बताते हुए इस पर सवाल उठाए थे।

इसे भी पढे़ं: ताइवान पर बाइडन के बयान से भड़का चीन

इसे भी पढ़ें: उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ तुर्किए में विरोध प्रदर्शन तेज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.