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चीन: केमिकल प्लांट ब्लास्ट में अब तक 47 लोगों की मौत, राहत बचाव कार्य जारी

चीन के शहर यानचेंग में केमिकल प्लांट में भीषण धमाका हुआ। धमाके में अबतक 47 लोगों की मौत हो गई है।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 08:16 AM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 03:21 PM (IST)
चीन: केमिकल प्लांट ब्लास्ट में अब तक 47 लोगों की मौत, राहत बचाव कार्य जारी
चीन: केमिकल प्लांट ब्लास्ट में अब तक 47 लोगों की मौत, राहत बचाव कार्य जारी

यानचेंग, एजेंसी। चीन (China) के शहर यानचेंग (Yancheng) में केमिकल प्लांट में ब्लास्ट में मरने वालों का आंकड़ा 47 पहुंच गया है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट की वजह से 90 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। पांच दिवसिय यूरोप दौरे पर गए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने राहत बचाव के लिए हर संभव मदद देने के लिए कहा है। आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय (Ministry of Emergency Management) के मुताबिक घटना स्थल से 88 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।

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दरअसल ये ब्लास्ट गुरूवार को जियांगसू के यानचेंग शहर के औद्योगिक पार्क में हुआ। चश्मदीदों ने बताया की प्लांट में हुए धमाके की वजह से कई इमारतें भी गिर गई, जिसमें कई मजदूर दब गए। इसके अलांवा धमाका इतना जोरदार था कि आस पास की इमारतों की खिड़कियां भी चकनाचूर हो गईं। राहत बचाव कार्य के लिए 928 कर्मियों और 176 फायर ट्रकों को लगाया गया है।

बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी केे प्रोफेसर ने एक इंटरव्यू में कहा है कि धमाके के बाद प्लांट से जहरीले रसायनों के रिसाव की वजह से आस पास के पर्यावरण और लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता
है। इसलिए लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम होना चाहिए।

शहर के पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार, विस्फोट से 500 मीटर के दायरे में रासायनिक पार्क और इसके आसपास के क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। लेकिन तेज हवाओं से भारी धुआं उठने की आशंका है। अधिकारियों ने कहा कि कोई भी व्यक्ति रासायनिक पार्क में नहीं रहता है, जबकि आसपास के सभी लोगों को निकाल लिया गया है। यानचेंग के शिक्षा विभाग ने बताया की धामके वाली जगह के आस पास करीब 10 स्कूल थे। विस्फोट में घायल हुए लोगों में कुछ स्कूल के छात्र भी है

बताया जा रहा है कि जियांगसू तियानजैई केमिकल कंपनी ने इस संयंत्र को 2007 में स्थापित किया गया था। इसमे हाइड्रोक्सीबेनज़ोइक एसिड जैसे रासायनिक उत्पादों का निर्माण होता था। 


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