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कोरोना वायरस : चीन में हो रही शादियों की लाइव स्‍ट्रीमिंग, बच्‍चे भी ले रहे ऑनलाइन क्‍लासेज

चीन में कोरोना वायरस का इतना कहर है कि अब वहां पर शादी समारोह में भी लोग शामिल नहीं हो रहे हैं। बच्चों को आनलाइन टयूशन दिया जा रहा है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 02:25 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 01:46 AM (IST)
कोरोना वायरस : चीन में हो रही शादियों की लाइव स्‍ट्रीमिंग, बच्‍चे भी ले रहे ऑनलाइन क्‍लासेज
कोरोना वायरस : चीन में हो रही शादियों की लाइव स्‍ट्रीमिंग, बच्‍चे भी ले रहे ऑनलाइन क्‍लासेज

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। चीन में कोरोना वायरस का कहर बरकरार है। आलम ये है कि अब वहां पर होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रम भी आनलाइन हो रहे हैं। स्कूल बंद हैं ऐसे में बच्चे घर बैठकर आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। इस माह वहां पर बच्चों की परीक्षाएं भी होनी है मगर स्कूल बंद होने की वजह से वो वहां नहीं जा पा रहे हैं और साफ्टवेयर की मदद से घर पर ही बैठकर आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस को फैलने से बचाने के लिए ही ये सारे कदम उठाए जा रहे हैं। वुहान और हुबेई प्रांत में तो सारी चीजें बंद कर दी गई हैं। मॉल्स, स्कूल, मार्केट और अन्य सभी चीजें बंद हैं।

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बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अब वहां शादी जैसे सार्वजनिक समारोहों से भी लोगों ने दूरी बना रखी है, वो इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। एहतियात बरतते हुए शादी जैसे कार्यक्रम से भी लोग दूरी बना रहे हैं। आमतौर पर शादी जैसे समारोहों में 200 से 300 लोग जमा होते हैं मगर इन दिनों चीन में होने वाली शादियां बिना मेहमानों के हो रही हैं और तो और शादी समारोह को लोग वीडियो कॉलिंग के जरिए देख रहे हैं और वहीं से शुभकामना भी दे रहे हैं। 

बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अपनी शादी से कुछ दिन पहले सिंगापुर के रहने वाले जोसेफ यू और उनकी पत्नी कांग टिंग चीन से लौटे थे। शादी में आने वाले मेहमानों ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों में मद्देनजर शादी में आने पर चिंता जताई। मेहमानों की चिंता दूर करने के लिए जोसेफ यू और कांग टिंग ने एक नया तरीका निकाला। दूल्हा और दुल्हन ने फैसला किया कि वो शादी समारोह से दूर रहेंगे।

उन्होंने मेहमानों से भरे शादी के हॉल में शादी को लाइवस्ट्रीम किया। जोसेफ यू और कांग टिंग ने वीडियो कॉल के जरिए वेडिंग हॉल में मौजूद मेहमानों के सामने अपनी शादी की स्पीच दी। वीडियो कॉल पर ही सभी मेहमानों ने उन्हें मुबारकबाद दी। सिंगापुर में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के कुल 28 मामले सामने आए हैं। चीन के बाद सिंगापुर दूसरा देश है जहां बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले में दर्ज किए गए हैं। 

कोई दूसरा विकल्प नहीं मिला 

कांग टिंग का घर हुनान प्रांत में हैं। लूनर नए साल के लिए जोसेफ यू और कांग 24 जनवरी को चीन गए थे। हुनान हुबेई प्रांत से सटा हुआ है जहां अब तक कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले नजर आए हैं। जोसेफ यू ने बताया कि जब वो हुनान से लौटे थे तो उन्हें इस वायरस का डर इतना अधिक नहीं था, खास कर इसलिए क्योंकि वो हुनान के ग्रामीण इलाके में थे।

30 जनवरी को दोनों सिंगापुर लौटे और दो फरवरी को उनकी शादी होनी थी। शादी समारोह के लिए सिंगापुर के एम होटल में खास बुकिंग की गई थी। दरअसल जोसेफ और कांग की शादी बीते साल अक्तूबर में चीन में हो गई थी लेकिन उस वक्त जो मेहमान शादी में मौजूद नहीं हो पाए थे उनके लिए खास तौर पर इस दूसरी शादी का इंतजाम किया गया था।

वायरस के डर से मेहमान रहे दूर 

जब मेहमानों को पता चला कि जोसेफ और कांग चीन से लौटे हैं तो उन्होंने चिंता जताई। कई लोगों ने शादी में आने से इनकार भी किया। जोसेफ का कहना है कि उन्होंने होटल से शादी की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर बात की लेकिन उन्हें बताया गया कि सारी व्यवस्था हो चुकी है और तारीख आगे बढ़ाना संभव नहीं होगा। इसके बाद उन्होंने तय किया वो शादी तो करेंगे लेकिन मेहमानों के सामने नहीं।

माता-पिता भी शामिल नहीं हो सके 

वायरस के कारण लगे प्रतिबंधों के चलते कांग के माता पिता भी उनकी शादी में शामिल नहीं हो सके। शादी 2 फरवरी को हुई और इसमें कुल 110 से 190 मेहमान मौजूद थे, होटल के अपने कमरे से जासेफ और कांग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया, होटल के स्टाफ ने जोसेफ और कांग के कमरे में ही शैंपेन मुहैया करवाई थी जिसे उन्होंने खोला और फिर शादी की स्पीच भी दी।

घर पर आनलाइन पढ़ रहे स्कूली बच्चे 

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इन दिनों चीन में सभी स्कूल बंद पड़े हैं। वहां इसी माह बच्चों की परीक्षाएं भी होनी है मगर वो स्कूल जाकर उसकी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में अब टीचर्स बच्चों को आनलाइन ही टयूशन भी दे रहे हैं जिससे उनकी तैयारी पर किसी तरह से असर न पड़े। लाखों की संख्या में बच्चे साफ्टवेयर की मदद से घरों पर ही अपनी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

टेक फर्मों के लिए मौके 

चीन में जब कोरोना वायरस फैला है उसके बाद वहां का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। स्कूल कालेज सब बंद है ऐसे में अब वहां के मंत्रालय ने कई तकनीकी कंपनियों को आमंत्रित किया है, उनसे कहा गया है कि वो छात्रों के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बनाए जिससे वो शिक्षा हासिल कर सकें। एक बयान के अनुसार, अलीबाबा के तहत उद्यमों और संगठनों के लिए काम करने का एक डिजिटल तरीका डिंगटॉक ने एक "स्कूल एट होम" परियोजना शुरू की, जिसने 20 से अधिक प्रांतीय क्षेत्रों में कम से कम 220 शिक्षा ब्यूरो को आकर्षित किया है। 

डिंगटॉक के उपाध्यक्ष फेंग यॉन्क्सिन ने बताया कि "ऑनलाइन कक्षा" समारोह प्राथमिक स्कूलों से विश्वविद्यालयों तक के छात्रों के लिए मुफ्त है। इसके तहत शिक्षक और छात्र लिवस्ट्रीम के दौरान बातचीत कर सकते हैं। स्कूलों को बेहतर सेवा देने के लिए, सॉफ्टवेयर ने 302 लोगों के वीडियो टेलीकांफ्रेंस को मुफ्त में प्रदान किया है। छात्र मोबाइल फोन, टैबलेट, कंप्यूटर और टीवी पर पाठ्यक्रम तक पहुंच सकते हैं।

इस बीच, वायरस महामारी के दौरान छात्रों की स्वास्थ्य स्थितियों को संक्षेप में बताने के लिए, डिंगटॉक ने एक स्मार्ट स्वास्थ्य प्रतिक्रिया समारोह विकसित किया, जिससे छात्रों को अपने शरीर और यात्रा की स्थिति की रिपोर्ट करने की अनुमति मिलती है। Novel कोरोनावायरस महामारी चीन के वसंत महोत्सव की छुट्टियों के दौरान हुआ। नए फ़ंक्शन को विकसित करने और बनाए रखने के लिए, "घर पर काम करना" के सॉफ्टवेयर के कार्यों के माध्यम से, डिंगटॉक का समूह हर दिन ऑनलाइन काम कर रहा है। 


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