Move to Jagran APP

हांगकांग की यात्रा पर जाएंगे शी जिनपिंग, शहर को चीन को सौंपे जाने की 25 वीं वर्षगांठ के चलते कर रहे दौरा

Xi Jinping Hong Kong Visit जनवरी 2020 में कोरोना की लहर के बाद से चीनी राष्ट्रपति का देश की मुख्य भूमि के बाहर यह पहला दौरा होगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार वे हांगकांग की छठी बार बनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे।

By Mahen KhannaEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 08:36 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 08:36 AM (IST)
हांगकांग की यात्रा पर जाएंगे शी जिनपिंग, शहर को चीन को सौंपे जाने की 25 वीं वर्षगांठ के चलते कर रहे दौरा
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग करेंगे हांगकांग का दौरा।

शंघाई, रायटर। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग जल्द ही हांगकांग का दौरा करने वाले हैं। जिनपिंग की यह यात्रा हांगकांग शहर को चीन को सौंपे जाने की 25 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर है। जनवरी 2020 में कोरोना की लहर के बाद से चीनी राष्ट्रपति का देश की मुख्य भूमि के बाहर यह पहला दौरा होगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार वे हांगकांग की छठी बार बनी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे।

loksabha election banner

हाल ही में जान ली बने हांगकांग के नए नेता

बता दें कि 1 जुलाई को कैरी लैम की जगह जान ली हांगकांग के मुख्य नेता बने हैं। एक पूर्व शीर्ष पुलिसकर्मी से सिविल सेवक बने ली ने 2019 में बड़े पैमाने पर लोकतंत्र समर्थक विरोध प्रदर्शनों के दौरान शहर की सुरक्षा नीतियों का निरीक्षण किया था। उन्हें चीन द्वारा उसके संप्रभु हितों के अनुरूप, एक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत शहर पर एक मजबूत पकड़ बनाए रखने के लिए लाया गया है।

चीन के वफादरों में से एक हैं ली

जान ली चीन के वफादरों में से एक माने जाते हैं। वे लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर नजर रखने वाले सुरक्षा प्रमुख भी थे। माना जा रहा है कि ली लाकर चीन ने इस शहर पर अपनी पकड़ कायम कर ली है। बता दें कि इसके लिए साल 2021 में हांगकांग के चुनावी नियमों में कई बड़े बदलाव किए गए थे, ताकि केवल बीजिंग के प्रति वफादार व्यक्ति को ही शहर की कमान मिले। 

यह है हांगकांग का इतिहास

बता दें कि 156 साल के ब्रिटिश शासन के बाद 1 जुलाई 1997 को हांगकांग को चीन को सौंपा गया था। हांगकांग एक वैश्विक महानगर के साथ एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र भी है। यह एक देश, दो नीति के तहत चल रहा है, जो ज्यादातर फैसले खुद करता है। हालांकि विदेशी मामलों और रक्षा का जिम्मा चीनी सरकार के पास है। चीन की सरकार ही असली मायनो में हांगकांग पर राज करती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.