चीनी नौसेना की 70वीं वर्षगांठ पर हो रही परेड में शामिल होंगे दस देशों के पोत, दो भारतीय पोत रवाना
चीन की नौसेना अपनी 70वीं वर्षगांठ के मौके पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री परेड का आयोजन कर रही है। इसमें नौसेना के पोतों विमानों और पनडुब्बियों की परेड होती है।
बीजिंग, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय समुद्री परेड में हिस्सा लेने के लिए भारत के दो युद्धपोत आइएनएस कोलकाता और आइएनएस शक्ति चीन के किंगदाओ शहर पहुंच गए हैं। सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल से लैश आइएनएस कोलकाता का नेतृत्व कैप्टन आदित्य हारा और आइएनएस शक्ति का नेतृत्व कैप्टन श्रीराम शंकर कर रहे हैं।
चीन की नौसेना की 70वीं वर्षगांठ
चीन की नौसेना अपनी 70वीं वर्षगांठ के मौके पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री परेड का आयोजन कर रही है। इसमें नौसेना के पोतों, विमानों और पनडुब्बियों की परेड होती है। 23 अप्रैल को होने वाली इस परेड में भारत, रूस, थाइलैंड और वियतनाम समेत दस देशों के पोत शामिल होंगे।
विवादित इलाके से गुजरा युद्धपोत
चीन तक के इस सफर में दोनों भारतीय पोत चीन और ताइवान को अलग करने वाले विवादित ताइवान स्ट्रेट (जलडमरूमध्य) से होकर गुजरे। इस पर चीन अपना दावा करता है। कैप्टन आदित्य हारा ने कहा कि उन्हें इस स्ट्रेट से गुजरने में कोई दिक्कत नहीं हुई क्योंकि चीन के जहाज उनकी सहायता के लिए वहां मौजूद थे।
पाकिस्तान का जहाज नहीं होगा शामिल
पाकिस्तानी नौसेना का कोई पोत इस परेड का हिस्सा नहीं बनेगा। हालांकि पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल किंगदाओ में 21 से 26 अप्रैल तक होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेगा। चीनी नौसेना के इस जश्न में 60 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं।