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India China Tension: ड्रैगन की चालबाजी, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध लेकिन चीन कह रहा चार बिंदुओं पर बनी सहमति

चीनी सेना ने भारत के साथ हाल ही में कोर कमांडर स्तर की बैठक को लेकर एक बड़ा दावा किया है। चीनी सेना ने कहा है कि इस बातचीत में गतिरोध को सुलझाने के लिए चार सूत्री आम सहमति बनी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 28 Jul 2022 09:04 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jul 2022 12:35 AM (IST)
India China Tension: ड्रैगन की चालबाजी, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध लेकिन चीन कह रहा चार बिंदुओं पर बनी सहमति
चीनी सेना का दावा है कि भारत के साथ कोर कमांडर स्तर की बैठक में चार सूत्री सहमति बनी है।

बीजिंग, एजेंसी। India China Tension at Line of Actual Control: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के नजदीक बनी गतिरोध की स्थिति को दूर करने के लिए भारत और चीन चार बिंदुओं पर सहमत हो गए हैं। चीन की सेना के अनुसार यह सहमति हाल ही में हुई कोर कमांडर स्तर की वार्ता में बनी है। इनमें सीमाओं पर प्रभावी प्रबंधन के जरिये स्थिरता बनाए रखने और द्विपक्षीय सहयोग की गतिशीलता फिर से बनाने पर सहमति भी शामिल है।

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पुन: वार्ता करने पर सहमति

17 जुलाई को सैन्य अधिकारियों की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में बने गतिरोध को दूर करने में सफलता नहीं मिली लेकिन दोनों देश स्वीकार्य हल निकालने के लिए पुन: वार्ता करने पर सहमत हैं। वार्ता के एक दिन बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर एलएसी पर शांति और यथास्थिति बनाए रखने को क्षेत्रीय शांति और आपसी संबंधों में प्रगति के लिए जरूरी बताया।

चीनी सेना की वापसी पर जोर

हाल की वार्ता में भारत ने उन सभी स्थानों से चीनी सेना की वापसी पर जोर दिया जहां पर वह आगे बढ़कर काबिज हो गई है। भारत ने एलएसी पर अप्रैल 2020 वाली स्थिति कायम करने की आवश्यकता जताई है। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच 16 वें दौर की वार्ता के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू क्यान ने कहा, वार्ता रचनात्मक और आशावादी रही। इसके जरिये हमने चार बिंदुओं पर सहमति जताई।

ड्रैगन का दावा इन बिंदुओं पर समझौता 

ये बिंदु हैं- राजनीतिक दिशानिर्देशों के तहत दोनों देशों के नेताओं के बीच वार्ता से समस्या का समाधान निकालना। गतिरोध पर वार्ता जारी रखते हुए द्विपक्षीय संबंधों को गतिशील बनाना। मतभेदों को प्रभावी तरीके से खत्म करने पर कार्य करना और सीमा पर शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए व्यवस्था बनाना। बातचीत और संवाद के अन्य माध्यमों से समस्याओं का शीघ्र समाधान करना।


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