बिल्ली की मौत से दुखी युवक ने 25 लाख रुपये में तैयार कराया हूबहू क्लोन, जानें- खासियत
सिंगोजीन बीजिंग की पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसने सफलतापूर्वक बिल्ली का क्लोन बनाया। यह कंपनी अब तक 40 से ज्यादा पालतू कुत्तों के क्लोन तैयार कर चुकी है।
बीजिंग, एएफपी। चीन की सिंगोजीन कंपनी को पहली क्लोन बिल्ली बनाने में कामयाबी मिली है। इस बिल्ली का जन्म गत 21 जुलाई को हुआ था। यह गार्लिक नामक पालतू बिल्ली की हूबहू नकल है। गार्लिक के मरने के सात माह बाद यह क्लोन बिल्ली पैदा हुई।
सिंगोजीन बीजिंग की पहली ऐसी कंपनी बन गई है, जिसने सफलतापूर्वक बिल्ली का क्लोन बनाया। यह कंपनी अब तक 40 से ज्यादा पालतू कुत्तों के क्लोन तैयार कर चुकी है। इस प्रक्रिया में प्रति क्लोन करीब 53 हजार डॉलर (करीब 38 लाख रुपये) की लागत आती है। जबकि एक बिल्ली तैयार करने में 35 हजार डॉलर (करीब 25 लाख रुपये) खर्च हुए। सिंगोजीन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मी जिडोंग ने कहा, 'ज्यादा दाम होने के बावजूद मांग कम नहीं है। ग्राहकों में ज्यादातर युवा होते हैं।'
अपनी पालतू बिल्ली गार्लिक का क्लोन तैयार कराने वाले 23 वर्षीय हुआंग यू ने कहा, 'अपने पालतू पशुओं को लोग अपने परिवार के सदस्य के तौर पर देखते हैं। युवा पीढ़ी की इस भावनात्मक जरूरत को पैट क्लोनिंग पूरा करती है। जब गार्लिक मरी तो मैं बहुत दुखी हो गया था। लेकिन उसका दूसरा अवतार देखकर खुश हूं। गार्लिक और उसके क्लोन में लगभग 90 फीसद समानता है।'
तेजी से बढ़ रहा पालतू पशुओं का बाजार
चीन में पालतू पशुओं का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पैट फेयर एशिया के अनुसार, चीन में पालतू पशुओं से संबंधी खर्च 23.7 अरब डॉलर (करीब एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये) तक पहुंच चुका है।
वैज्ञानिक भी ले रहे खूब दिलचस्पी
चीन के वैज्ञानिक भी पशुओं के क्लोन तैयार करने में खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं। चीनी अकादमी ऑफ साइंसेज के विशेषज्ञ चेन डेयुआन कहते हैं, गुजांइश इस बात की भी है कि बिल्लियां क्लोन बेबी पांडा को भी जन्म दे सकती हैं। डेयुआन पांडा का क्लोन बनाने में पिछले 20 साल से जुटे हैं।
कई देशों में पैट क्लोंनिग पर रोक
दुनिया के कई देशों में पैट क्लोनिंग पर रोक है। लेकिन स्वीकृति लेकर अमेरिका और दक्षिण कोरिया में पालतू पशुओं का क्लोन बनाया जा सकता है। दक्षिण कोरिया के शोधकर्ताओं ने 2005 में पहले कुत्ते का क्लोन तैयार किया था। दक्षिण कोरिया के सूआम बायोटेक रिसर्च फाउंडेशन का कहना है कि उसने अब तक करीब 800 पशुओं का क्लोन बनाया है और प्रति पशु एक लाख डॉलर (करीब 72 लाख रुपये) वसूला जाता है।
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