चीनी नागरिकों को अब पांच साल के लिए मिलेगा ई-वीजा, सैलानियों को मिली और भी कई सुविधाएं
e visa पर कई बार आने-जाने की सुविधा होगी। पांच साल के इस पल्टीपल एंट्री (कई बार आने-जाने की सुविधा) वीजा के लिए 80 डॉलर (लगभग तीन हजार रुपये) का शुल्क देना होगा।
बीजिंग, एएनआइ। भारत ने चीनी नागरिकों के लिए ई-वीजा नीति में बदलाव करते हुए कई रियायतों की घोषणा की है। भारतीय दूतावास ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी अनौपचारिक मुलाकात हुई है।
भारतीय दूतावास की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'अक्टूबर 2019 से चीनी नागरिक पांच साल तक वैध रहने वाले ई-टूरिस्ट वीजा (ई-टीवी) के लिए आवेदन कर सकते हैं, इस वीजा पर कई बार आने-जाने की सुविधा होगी। पांच साल के इस पल्टीपल एंट्री (कई बार आने-जाने की सुविधा) वीजा के लिए 80 डॉलर (लगभग तीन हजार रुपये) का शुल्क देना होगा।'
चुकाना होगा 25 डॉलर का शुल्क
इसके अलावा, अगर कोई चीनी नागरिक 30 दिन के लिए ई-वीजा लेना चाहता है तो उसे 25 डॉलर शुल्क चुकाने होंगे। लेकिन इस वीजा में सिर्फ एक बार प्रवेश का प्रावधान होगा। जबकि, अप्रैल से जून के दौरान 30 दिन के ई-वीजा के लिए सिर्फ 10 डॉलर शुल्क लगेगा।
बयान के मुताबिक एक साल के लिए भी मल्टीपल एंट्री वीजा जारी किया जाएगा और इसके लिए 40 डॉलर का शुल्क लगेगा। इसके अलावा मौजूदा ई-मेडिकल वीजा, ई-कांफ्रेंस वीजा, और एक साल के लिए मल्टीपल एंट्री ई-बिजनेस वीजा भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जारी किए जाते रहेंगे।
बयान में उम्मीद जताई गई है कि इस सुविधा से भारत और चीन के बीच लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा। साथ ही ज्यादा से ज्यादा चीनी सैलानी घुमने के लिए भारत जाना पसंद करेंगे।