विदेशी यात्रियों को पाबंदियों से ढील देने की तैयारी में चीन, देश में अब केवल 70 मामले ही सक्रिय
कोरोना पर काबू पा चुका चीन अब विदेशी यात्रियों पर लगी पाबंदियों में ढील देने की तैयारी में जुट गया है। अधिकारियों की मानें तो आने वाले दिनों में विदेशियों को राहत मिल सकती है।
बीजिंग, आइएएनएस। कोरोना महामारी पर अंकुश पा चुका चीन विदेशी यात्रियों पर लगी पाबंदियों में ढील देने की तैयारी में जुट गया है। चीनी अधिकारियों ने बताया कि इस पर विचार किया जा रहा है। देश में विदेशी नागरिकों के आने पर गत 28 मार्च से रोक है। यह कदम कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाया गया था। मध्य चीन के वुहान शहर में गत दिसंबर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। यहीं से यह खतरनाक वायरस पूरी दुनिया में फैल गया। चीन में कोरोना के अब महज 70 मामले ही सक्रिय रह गए हैं।
चीन में अब तक कुल 82 हजार 995 मामले पाए गए हैं। इनमें से 4,634 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। चीन में गत 22 मई को पहली बार कोई नया मामला सामने नहीं आया था। इस देश में कारोबारों और उद्योग-धंधों को पहले ही बहाल किया जा चुका है। जून से स्कूलों को भी खोले जाने की संभावना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को बताया कि देश में कोरोना के छह नए मामले पाए गए। इनमें से चार मामले बिना लक्षण वाले हैं। अब तक इस तरह के कुल 396 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 331 मामले अकेले वुहान में हैं।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि कोरोना के छह नए मामलों में से दो बाहरी हैं। ये शुक्रवार को शानडोंग और शंघाई से सामने आए। बिना लक्षण वाले चार मामलों में से तीन कोरोना का केंद्र रहे वुहान से सामने आए हैं। बिना लक्षण वाले सभी मरीजों को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। मालूम हो कि बिना लक्षण वाले मामले वे होते हैं जो कोरोना से संक्रमित तो पाए जाते हैं लेकिन उनमें बीमारी के लक्षण जैसे कि बुखार, खांसी या गले में सूजन दिखाई नहीं देते। हालांकि इन लोगों से दूसरों में संक्रमण फैलाने का खतरा होता है।